देहरादून के गोविंदगढ़ में 77 कब्जे रोक रहे पानी की राह
गोविंदगढ़ क्षेत्र में हर बरसात में होने वाले जलभराव की असल वजह 77 अतिक्रमण हैं। यहां आसपास के नालों की जमीन पर भवन बनाकर उन्हें संकरा कर दिया गया है।
देहरादून, जेएनएन। गोविंदगढ़ क्षेत्र में हर बरसात में होने वाले जलभराव की असल वजह 77 अतिक्रमण हैं। यहां आसपास के नालों की जमीन पर भवन बनाकर उन्हें संकरा कर दिया गया है। हालात यह हैं कि राजस्व रिकॉर्ड में जिन नालों की चौड़ाई 14 फ़ीट से अधिक है, वह अब महज तीन से चार फ़ीट चौड़े रह गए हैं। इस बात का पता मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी और से बनाई गई जांच कमेटी के सर्वे में चला। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल को सौंप दी है।
15 अगस्त की रात हुई मूसलधार बारिश गोविंदगढ़ क्षेत्र में भारी जलभराव का कारण बनी थी। आसपास के नालों का पानी यहां की पांच कॉलोनियों में घुस गया था। अतिक्रमण के चलते पानी नाले से सटी एक दीवार को तोड़कर आसपास की कॉलोनियों में जा घुसा था। सर्वाधिक जलभराव टीचर्स कॉलोनी में हुआ। गुस्साए लोगों ने कॉलोनी का जायजा लेने आए क्षेत्रीय विधायक हरबंस कपूर का घेराव भी कर दिया था।
क्षेत्रवासियों की समस्या को लेकर विधायक कपूर ने 16 अगस्त को जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी की निगरानी में जांच कमेटी गठित कर दी थी। तहसीलदार सदर दयाराम की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने 17 अगस्त से अतिक्रमण का सर्वे शुरू किया। गुरुवार को सर्वे पूरा करने के बाद तहसीलदार ने बताया कि यहां की पांच प्रमुख कॉलोनियां नालों से सटी हैं। नालों की भूमि पर कहीं भवन खड़े हैं, तो कहीं भवनों की उनकी दीवारें।
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इन सभी अतिक्रमण को हटाने के लिए आगे की कार्रवाई उच्चाधिकारियों के स्तर से की जाएगी। उपजिलाधिकारी गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि सोमवार को रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) व जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। सभी को कब्जा छोड़ने का नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद भी अवैध कब्जे नहीं हटाए गए तो प्रशासन स्वयं ध्वस्तीकरण अभियान शुरू करेगा।
यहां है नालों पर अतिक्रमण
- टीचर्स कॉलोनी, शांति विहार, राजीव कॉलोनी, मित्रलोक कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी।