उत्तराखंड में गंगा स्वच्छता की अलख जगाएंगे 25 डिग्री कॉलेज Uttarakhand News
गंगा और उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता एवं निर्मलता को लेकर अब डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थी भी अलख जगाते नजर आएंगे। इसके लिए 25 डिग्री कॉलेज चयनित कर लिए गए हैं।
देहरादून, केदार दत्त। उत्तराखंड में गंगा और उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता एवं निर्मलता को लेकर अब डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थी भी अलख जगाते नजर आएंगे। राज्य में चल रही नमामि गंगे परियोजना के तहत इसके लिए 25 डिग्री कॉलेज चयनित करने के साथ ही इस मुहिम को वहां नोडल अधिकारी भी नामित कर दिए गए हैं। इनकी अगुआई में महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं न सिर्फ नदियों की साफ-सफाई में जुटेंगे, बल्कि नदी संरक्षण-संवद्र्धन को लेकर जनजागरण अभियान भी चलाएंगे। धीरे-धीरे इस मुहिम में माध्यमिक विद्यालयों की भागीदारी भी तय की जाएगी।
राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता-निर्मलता को नमामि गंगे परियोजना के तहत राज्य में पहले चरण में गंगा से लगे 15 शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण के साथ ही नालों की टैपिंग पर फोकस किया गया। मकसद ये कि गंगा में सीवरेज समेत अन्य कोई गंदगी न जाने पाए। एसटीपी व नालों की टैपिंग का कार्य अब अंतिम दौर में है। इसके अलावा गंगा व उसकी सहायक नदियों से लगे गांवों में जैविक खेती को प्रोत्साहन देने व गंगा ग्राम बनाने की मुहिम प्रारंभ की गई है, ताकि वहां से भी किसी प्रकार की गंदगी गंगा में न जाने पाए।
अब गंगा व उसकी सहायक नदियों को साफ-सुथरा रखने के मद्देनजर जनजागरण अभियान में भावी पीढ़ी की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इसी के तहत राज्य में स्नातक व स्नातकोत्तर महाविद्यालयों के छात्रों को जनजागरण की मुहिम से जोड़ा जा रहा है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने भी नमामि गंगे में ऐसी पहल करने का सुझाव दिया था।
नमामि गंगे के संचार विशेषज्ञ एवं जनजागरण अभियान के नोडल पूरन चंद्र कापड़ी बताते हैं कि अब इस मुहिम के लिए 25 महाविद्यालय चयनित कर वहां नोडल अधिकारी नामित कर दिए गए हैं। इन कॉलेजों के विद्यार्थी अपने-अपने क्षेत्रों में नमामि गंगे के सहयोग से जनजागरण के लिए कार्यशालाएं, स्वच्छता रैलियां, गोष्ठियां, संकल्प-शपथ पत्र भरवाने जैसे कार्यक्रम संचालित करेंगे। यह मुहिम सूचना, शिक्षा व संचार तीन बिंदुओं पर केंद्रित रहेगी।
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ये डिग्री कॉलेज हैं चयनित
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ, गोपेश्वर, कर्णप्रयाग, अगस्त्यमुनि, उत्तरकाशी, नई टिहरी, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, चंपावत, लोहाघाट, बागेश्वर, ऋषिकेश व डाकपत्थर, राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी, चिन्यालीसौड़, देवप्रयाग, सतपुली, मुनस्यारी, बलवाकोट, अल्मोड़ा, टनकपुर व लक्सर, बाल गंगा महाविद्यालय, सैंदुल-केमर और उत्तराखंड मुक्त विवि हल्द्वानी।
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