छात्रवृत्ति घोटाला: दून के 25 कॉलेजों पर भी लटकी तलवार
छात्रवृत्ति घोटाला मामले में देहरादून के 25 कॉलेजों पर भी तलवार लटकी हुर्इ है। एसआइटी राडार पर आए इन कॉलेजों के बारे में सबूत एकत्र कर रही है।
देहरादून, जेएनएन। करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले में हरिद्वार में दो कॉलेज संचालकों की गिरफ्तारी के बाद दून के 25 कॉलेजों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। एसआइटी राडार पर आए इन कॉलेजों के बारे में सबूत एकत्र कर रही है। एसआइटी जल्द इसमें बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इसके अलावा घोटाले में संलिप्त समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं।
समाज कल्याण विभाग में दशमोत्तर छात्रवृत्ति वितरण में सरकार को 2012 से 2017 के बीच घोटाले की शिकायत मिली थी। इस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एसआइटी से जांच कराने के आदेश दिए थे। पिछले छह माह से एसआइटी जांच में जुटी थी। मगर, हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया तो जांच तेजी से बढ़ी। पिछले माह एसआइटी ने आइपीएस कॉलेज, रुड़की के संचालक को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद रविवार को एसआइटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अमृत लॉ कॉलेज, अमृत कॉलेज ऑफ एजुकेशन और अमृत आयुर्वेद कॉलेज, धनौरी के संचालक ओम त्यागी को गिरफ्तार कर लिया। एसआइटी सूत्रों का कहना है कि रुड़की क्षेत्र के पांच कॉलेज अभी भी राडार पर चल रहे हैं। इसके अलावा देहरादून के 25 प्राइवेट कॉलेज संचालकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। सूत्रों का कहना है कि प्रेमनगर में दर्ज मुकदमे में यहां के बड़े इंजीनियरिंग, मेडिकल, फार्मेसी, पॉलीटेक्निक, आइटीआइ और अन्य प्रोफेशनल कोर्स कराने वाले कॉलेज पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि अभी जांच शुरूआती दौर में है। घपले में कई लोग संलिप्त हैं। पुख्ता सबूत जुटाने के बाद कार्रवाई की जा रही है। हरिद्वार के बाद दून के संचालकों पर भी कार्रवाई होनी है।
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