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'कस्तूरी' ने वन कर्मियों के परिवारों से किया संवाद, उनकी समस्याओं को जाना

भारतीय वन सेवा के अधिकारियों की पत्नियों और महिला अधिकारियों की संस्था कस्तूरी ने वन कर्मियों के परिवारों के साथ संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में शनिवार को संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 28 Feb 2021 02:01 PM (IST)Updated: Sun, 28 Feb 2021 02:01 PM (IST)
'कस्तूरी' ने वन कर्मियों के परिवारों से किया संवाद, उनकी समस्याओं को जाना
'कस्तूरी' ने वन कर्मियों के परिवारों से किया संवाद।

जागरण संवाददाता, देहरादून। भारतीय वन सेवा के अधिकारियों की पत्नियों और महिला अधिकारियों की संस्था 'कस्तूरी' ने वन कर्मियों के परिवारों के साथ संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में शनिवार को संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वन कर्मियों के परिवारों ने अपनी समस्याओं को संस्था की सदस्यों के समक्ष रखा। 

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कस्तूरी की अध्यक्ष शर्मिला भरतरी ने सभी महिलाओं से कहा कि वह सब वन परिवार का हिस्सा हैं और सभी की समस्याओं का मिल-जुलकर निराकरण किया जाएगा। उन्होंने किसी प्रकार की भी सहायता के लिए उनसे संपर्क करने को कहा। कस्तूरी की ओर से हिल्लदारी संस्था को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। इस संस्था के संस्थापक अरविंद शुक्ला ने जैविक कूड़े के उचित प्रबंधन पर प्रकाश डाला। 

परिवारों ने जैविक कूड़े के सुनियोजित निस्तारण की जानकारी ली और निर्णय लिया कि बायो कंपोस्टिंग विधि का उपयोग करेंगे। साथ ही इससे निर्मित खाद को वह अपने घर में इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा महिलाओं ने आजीविका संवर्धन गतिविधियों से संबंधित प्रशिक्षण आयोजित करवाने का भी अनुरोध किया। शर्मिला भरतरी ने बताया कि जल्द ही ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन तिलक रोड व इंदिरानगर वन परिसर की महिलाओं एवं बच्चों के लिए भी किया जाएगा। 

वहीं, कस्तूरी संस्था की ओर से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी वन मुख्यालय में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सुनीता सुहाग, नीना ग्रेवाल, अंजलि सिन्हा, शिवानी पटनायक, नेहा वर्मा, कहकशां नसीम, अलका गुप्ता, स्निग्धा पात्रो, शिमना मनोज, नीलिमा शाह, गीता सिंह आदि भी उपस्थित थे।

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