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होली पर नहीं रहेगा कोरोना वायरस का खतरा, देसी सामान से अटा बाजार

दून के बाजारों पर भी होली के रंग चढ़ने लगा है। कोराना वायरस के कारण चीन से आयात प्रभावित होने का बाजारों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। बाजार देसी सामान से अटा पड़ा है।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 12:22 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 12:22 PM (IST)
होली पर नहीं रहेगा कोरोना वायरस का खतरा, देसी सामान से अटा बाजार
होली पर नहीं रहेगा कोरोना वायरस का खतरा, देसी सामान से अटा बाजार

देहरादून, जेएनएन। रंगों के त्योहार होली में अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है। दून के बाजारों पर भी होली के रंग चढ़ने लगा है। अबीर-गुलाल से लेकर तरह-तरह की पिचकारियां बाजार में सज गई हैं। उधर, कोराना वायरस के कारण चीन से आयात प्रभावित होने का बाजारों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। यहां चीनी सामान की मांग बेहद कम होने के कारण देसी सामान से ही पूरा बाजार पटा नजर आ रहा है।

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होली को लेकर दून के बाजारों में चहल-पहल शुरू हो गई है। होली के सामान की दुकानें भी गुलजार होने लगी हैं। हालांकि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते कई प्रकार के चीनी उत्पाद भारत नहीं पहुंच पा रहे हैं। होली पर इसका असर न के बराबर दिख रहा है। 

व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से चायनीज सामान की डिमांड में कमी आई है। गुणवत्ता न होने के कारण लोग भारतीय सामान को ही तरजीह देते हैं। साथ ही अब हमारे देश में त्योहारों से संबंधित अधिकांश सामान का उत्पादन हो रहा है। ऐसे में स्थानीय उत्पाद ही उचित दामों पर बाजार में उपलब्ध हैं। जिससे चीन पर निर्भरता काफी हद तक घट गई है।

चीनी सामान की लोकप्रियता खत्म 

उत्सव दि फेस्टिव होम के स्वामी मनोज गुप्ता के मुताबिक, महाशिव रात्रि के बाद से होली की खरीदारी शुरू हो जाती है। दुकानों में बड़ी मात्रा में देशी सामान उपलब्ध है, जिसकी खासी डिमांड रहती है। चीनी सामान की लोकप्रियता अब समाप्त हो चुकी है। बाजार में 80 फीसद सामान देश में ही निर्मित बेचा जा रहा है।

हर तरह का सामान उपलब्ध 

तुमिल टी कंपनी के स्वामी आदित्य मित्तल के मुताबिक, बाजार में होली के लिए हर वर्ग के अनुसार सामान उपलब्ध है। कीमतों में कोई विशेष इजाफा नहीं होता। साल-दर-साल दाम मामूली तौर पर बढ़ते रहते हैं। चीन के सामान से अब व्यापारियों को अधिक लाभ भी नहीं मिलता।

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हर वर्ग के लिए तैयार बाजार

होली के पर्व को आनंददायी बनाने के लिए बाजार में हर वर्ग के लोगों के लिए सामान उपलब्ध है। अबीर-गुलाल के 10 रुपये के पैकेट से लेकर विभिन्न प्रकार के पैकेट करीब 1000 रुपये की रेंज तक मौजूद हैं। इसके अलावा पिचकारी में भी 50 रुपये से 5000 रुपये तक की डिजायनर पिचकारियां दुकानों में सजी हैं। वहीं, गुलाल बम भी उपलब्ध है। होली पर सफेद रंग की प्रिंटेड टी-शर्ट भी बाजार में हैं, जिनकी कीमत 100 से 200 रुपये तक है।

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