4200 करोड़ से संवरेगी ऋषिकेश समेत 17 शहरों की सूरत, पढ़िए पूरी खबर
शहरी क्षेत्रों की सूरत चमकाने की दिशा में प्रदेश सरकार की कोशिशें रंग लाती दिख रही हैं। इसके लिए अकेले तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए 2100 करोड़ की राशि मिलेगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। शहरी क्षेत्रों की सूरत चमकाने की दिशा में प्रदेश सरकार की कोशिशें रंग लाती दिख रही हैं। इसके लिए निकट भविष्य में बजट की कमी नहीं रहेगी। इस कड़ी में राज्य की ओर से बाह्य सहायतित योजना के तहत केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया था, जिस पर एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआइआइबी) ने 4200 करोड़ की राशि ऋण के रूप में देने को सैद्धांतिक सहमति दे दी है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि इसमें अकेले तीर्थनगरी ऋषिकेश के लिए 2100 करोड़ की राशि मिलेगी, जबकि इतनी ही राशि से 16 अन्य शहरों की सूरत संवारी जाएगी।
शहरी क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए बजट की कमी लगातार रोड़ा बन रही है। एक तो राज्य की माली हालत ऐसी नहीं कि वह दिल खोलकर शहरी क्षेत्रों के निकायों को धनराशि दे सके तो वहीं निकायों की हालत भी बेहतर नहीं है। इस चुनौती से निबटने के लिए मौजूदा राज्य सरकार ने बाह्य सहायतित योजनाओं की शरण लेने की ठानी। इसे देखते हुए ऋषिकेश शहर के साथ ही 16 अन्य शहरों में इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत विभिन्न सुविधाओं के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया। केंद्र की पहल पर एआइआइबी ने ऋण के रूप में 4200 करोड़ की राशि देने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के अनुसार ऋषिकेश समेत अन्य शहरों के लिए एआइआइबी से मिलने वाली राशि 90:10 अनुपात में मिलेगी। यानी 90 फीसद केंद्र वहन करेगा, जबकि राज्य को 10 फीसद ही चुकाना है। उन्होंने बताया कि अब इन शहरों के लिए विभिन्न योजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर एआइआइबी को भेजा जाएगा। ये सभी कार्य 2020 से शुरू होंगे और 2029 तक चलेंगे।
कैबिनेट मंत्री कौशिक के मुताबिक शहरी क्षेत्रों को सरसब्ज बनाने के साथ ही वहां के निकायों को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार गंभीरता से पहल कर रही है। इन 17 शहरों के अलावा अन्य शहरों को एडीबी, अमृत मिशन समेत अन्य योजनाओं के अंतर्गत लिया जाएगा।
ये शहर हैं शामिल
ऋषिकेश, पिथौरागढ़, चंपावत, टनकपुर, खटीमा, सितारगंज, जसपुर, काशीपुर, रुद्रपुर, किच्छा, अल्मोड़ा, बागेश्वर, गोपेश्वर, जोशीमठ, श्रीनगर, डोईवाला व विकासनगर।
ये होंगे काम
ऋषिकेश
पेयजल, सीवरेज, दूषित जल शुद्धीकरण, रिवर फ्रंट डेवलमपेंट, पुराने रास्तों का जीर्णाेद्धार, ध्यान योग पार्क, भारतीय संस्कृति म्यूजियम, स्मार्ट पोल, एलइडी लाइट पोल, वाई-फाई सुविधा, सीसीटीवी, डिजिटल साइनेज, सड़क, तिराहों व चौराहों का चौड़ीकरण, फ्लाईओवर, अंडरपास, मल्टीलेवल पार्किंग, स्काईवाक, फस्र्टएड सेंटर आदि।
अन्य शहर
15 साला टाउन डेवलपमेंट प्लान, जीआइएस बेस्ड प्रॉपटी मैपिंग, चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति, सीवरेज, कूड़ा प्रबंधन, जल प्रबंधन, सड़क, यातायात, ऊर्जा बचत करने वाली लाइट, फुटओवर ब्रिज, फ्लाईओवर, अंडरपास, सीसीटीवी सर्विलांस, ई-सेवा केंद्र, शहरी प्रबंधन एवं प्रशिक्षण केंद्र, वृद्धजनों व बच्चों के लिए पार्क, स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा।
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