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एम्स ऋषिकेश में किशोर के शरीर से ऑपरेशन कर निकाले 14 छर्रे Dehradun News

टिहरी के भेटी गांव में गोली लगने से घायल हुए किशोर का एम्स ऋषिकेश में सफल ऑपरेशन हुआ। चिकित्सकों ने किशोर के शरीर से बुलेट के 14 छर्रे बाहर निकाले।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 10:58 AM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 10:58 AM (IST)
एम्स ऋषिकेश में किशोर के शरीर से ऑपरेशन कर निकाले 14 छर्रे Dehradun News
एम्स ऋषिकेश में किशोर के शरीर से ऑपरेशन कर निकाले 14 छर्रे Dehradun News

ऋषिकेश, जेएनएन। टिहरी के भेटी गांव में गोली लगने से घायल हुए किशोर का एम्स ऋषिकेश में सफल ऑपरेशन हुआ। चिकित्सकों ने किशोर के शरीर से बुलेट के 14 छर्रे बाहर निकाले। अब किशोर की हालत स्वास्थ्य में सुधार है। 

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गुरुवार को टिहरी के भेटी गांव में क्रिकेट खेल रहे एक किशोर पर गांव के ही एक सिरफिरे ने बंदूक से गोली मार दी थी। जिसके बाद रात्रि करीब साढ़े आठ बजे किशोर को एम्स ऋषिकेश के ट्रामा सेंटर में लाया गया था। किशोर के दाएं गाल पर गोली लगी थी, जिससे उसके गाल की हड्डी के कई टुकड़े हो गए थे। गाल व गर्दन में छर्रे फंसे हुए थे। शुक्रवार को एम्स के चिकित्सकों ने एमआरआई व आवश्यक जांच की। रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हो गई कि छर्रे से किशोर की किसी भी नस को क्षति नहीं पहुंची है। जिसके बाद चिकित्सकों ने किशोर के ऑपरेशन की तैयारी की। एम्स के वरिष्ठ प्रोफेसर शिवर्पणा बसु ने बताया कि एम्स की मैक्सीलोफेसियल सर्जन डॉ. आशी चुग के साथ डॉ. पद्मनिधी ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। चार घंटे तक चली इस सर्जरी में चौदह छर्रे निकाले गए। निश्चेतक के सीनियर रेजिडेंट डॉ. शैलेश तथा मैक्सिलोफेसियल के सीनियर रेजिडेंट डॉ. नीरज और उर्मिला भी टीम में शामिल रहे। बालक को वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। 

अवैध बंदूक से मारी  थी मासूम को गोली

बीते रोज भिलंगना ब्लॉक के भेटी गांव में जिस बंदूक से ग्रामीण रामलाल ने 11 साल के बच्चे महेश को गोली मारी वह अवैध थी। जिस व्यक्ति की यह बंदूक थी उसकी मौत दस साल पहले हो चुकी है। इसके बाद से यह बंदूक विजय ङ्क्षसह और रामलाल के पास ही रहती थी। दोनों इस बंदूक से अवैध शिकार करते थे। 

शुक्रवार को राजस्व पुलिस ने आरोपित रामलाल और विजय कंडारी का पिलखी अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। तहसीलदार बालगंगा राजेंद्र रावत ने बताया कि विजय कंडारी और रामलाल के पास अवैध बंदूक थी। कंडारसू निवासी बसु सिंह कंडारी की यह बंदूक थी, उनकी दस साल पहले मौत हो चुकी है। उसके बाद से ही रामलाल और विजय कंडारी के पास ही यह बंदूक रहती थी। दोनों क्षेत्र में इसी अवैध बंदूक से शिकार करते थे। इस संबंध में ग्रामीणों से भी जानकारी ली जा रही है। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। 

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प्रशासन और पुलिस पर भी सवाल 

भेटी गांव में रामलाल और विजय कंडारी के पास दस साल से अवैध रुप से बंदूक थी,लेकिन पुलिस और प्रशासन को इसकी भनक नहीं लगी। जबकि हर चुनाव में प्रशासन ने हथियार जमा करने की प्रक्रिया करता है। साथ ही हर तीन साल में लाइसेंस का नवीनीकरण किया जाता है। राजस्व पुलिस की मानें तो दोनों इसी अवैध बंदूक से अवैध शिकार करते थे, लेकिन किसी को इसकी खबर नहीं लगी। अगर प्रशासन और पुलिस पहले ही सचेत रहती और बंदूक जब्त कर लेती तो यह हादसा नहीं होता।  

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