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13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन, मंजिल को अभी इंतजार; पढ़िए पूरी खबर

उत्तराखंड में नए पर्यटक स्थल विकसित करने को 13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन की राज्य सरकार की मुहिम को मुकाम पाने में अभी वक्त लगेगा।

By Edited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 08:18 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 08:29 PM (IST)
13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन, मंजिल को अभी इंतजार; पढ़िए पूरी खबर
13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन, मंजिल को अभी इंतजार; पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में नए पर्यटक स्थल विकसित करने को '13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन' की राज्य सरकार की मुहिम को मुकाम पाने में अभी वक्त लगेगा। हालांकि, थीम आधारित इस योजना के तहत सभी जिलों में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। कुछ जगह प्रथम चरण के कार्यों को औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उत्तराखंड पर्यटन एवं विकास परिषद की मानें तो पिथौरागढ़ समेत कुछेक जिलों में पहले चरण के कार्य अक्टूबर में प्रारंभ हो जाएंगे, जबकि अन्य जिलों में इसके लिए दो-तीन माह का समय लगेगा।

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पर्यटन को आर्थिकी का अहम जरिया बनाने के साथ ही पुराने पर्यटक स्थलों पर दबाव कम करने के उद्देश्य से मौजूदा सरकार ने हर जिले में एक-एक नए पर्यटक स्थल विकसित करने का निर्णय लिया। इसके लिए सभी जिलों में चयनित स्थलों का सर्वे और फिजिबिलिटी का अध्ययन कराने के बाद शासन ने नए स्थलों की थीम भी तय कर दी। बावजूद इसके सालभर के भीतर योजना को मुकाम तक पहुंचाने की मुहिम की रफ्तार बेहद धीमी है। हालांकि, डीपीआर तैयार करने समेत अन्य कार्यों के लिए जिलों को 50-50 लाख की राशि दी गई है, मगर प्रथम चरण के प्रारंभिक कार्यों की रफ्तार सुस्त है। डीपीआर बनाने की कार्रवाई अब जाकर शुरू हो गई है।

हालांकि, 13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन योजना को देख रहे उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के वरिष्ठ शोध अधिकारी सुरेंद्र सामंत का कहना है कि यह दीर्घकालिक योजना है। इसमें वक्त लगना लाजिमी है। उन्होंने बताया कि कंसल्टेंट नियुक्त किया जा चुका है और प्रथम चरण के कार्यों के सिलसिले में वह दो बार जिलों का दौरा भी कर चुके हैं।

सामंत बताते हैं कि तमाम स्थानों पर भूमि हस्तांतरण समेत अन्य जटिलताएं भी कम नहीं हैं। अधिकांश जगह इन मसलों का करीब-करीब निस्तारण हो चुका है। जिलों में जिलाधिकारियों की सहायता के लिए छह टेक्निकल कंसल्टेंट नियुक्त किए गए हैं, जो डीपीआर तैयार करने समेत दूसरे कार्यों में मदद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिथौरागढ़ जिले में योजना के तहत प्रथम चरण के कार्य अक्टूबर से शुरू होने लगेंगे। कुछ अन्य जिलों ने भी ऐसी तैयारी की है। उन्होंने बताया कि शेष जिलों में अगले दो-तीन माह के भीतर नए पर्यटक स्थलों को लेकर धरातल पर कार्य होने प्रारंभ हो जाएंगे।

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13 डिस्ट्रिक्ट-13 डेस्टिनेशन

  • जिला--------------स्थल----------------------------थीम
  • अल्मोड़ा------------सूर्य मंदिर कटारमल--------------अध्यात्म
  • नैनीताल-------------मुक्तेश्वर--------------हिमालय दर्शन
  • पौड़ी--------------सतुपली-खैरासैंण--------------वाटर स्पोट्र्स
  • देहरादून------------लाखामंडल--------------धार्मिक पर्यटन (महाभारत सर्किट)
  • हरिद्वाऱ-------------बावन शक्ति पीठ--------------थीम पार्क
  • उत्तरकाशी-------------मोरी हरकीदून व जखोल--------------पर्यटन
  • टिहरी--------------टिहरी झील--------------वाटर स्पोट्र्स
  • रुद्रप्रयाग--------------चिरबटिया--------------इको टूरिज्म
  • ऊधमसिंहनगर----द्रोण सागर सहित हरिपुरा बौर जलाशय---------जलक्रीड़ा व हॉलीडे
  • चंपावत--------------पाटी देवीधुरा--------------पर्यटन
  • बागेश्वर--------------गरुड़ वैली--------------हिमालय दर्शन व टी टूरिज्म
  • पिथौरागढ़--------------मोस्टमानो--------------इको टूरिज्म
  • चमोली--------------गोरसौं--------------एडवेंचर व इको टूरिज्म 

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