Uttarakhand Weather Update: नए साल का जश्न हो सकता है बे-रंग, पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ेगी ठंड; बन रहे बारिश के आसार
Uttarakhand Weather वर्ष की विदाई से ठीक पहले 29 या 30 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचने वाला है। इससे 29 दिसंबर से छिटपुट से व्यापक वर्षा व हिमपात की उम्मीद है जो 30 व 31 दिसंबर को तेज होगी। वर्षा व हिमपात यात्रा योजनाओं को बाधित कर सकती है। अगर आप उत्तराखंड जाने का मन बना रहे हैं तो गर्म कपड़े ले जाना न भूलें।
गणेश पांडे, चंपावत। गुजरते वर्ष की विदाई की बेला व नववर्ष का जश्न ''ठंडा'' पड़ सकता है। वर्ष की विदाई से ठीक पहले 29 या 30 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचने वाला है। इससे 29 दिसंबर से छिटपुट से व्यापक वर्षा व हिमपात की उम्मीद है, जो 30 व 31 दिसंबर को तेज होगी। इससे तापमान में भारी गिरावट आएगी और नए साल की पूर्व संध्या का जश्न थोड़ा ठंडा हो सकता है।
वर्षा व हिमपात यात्रा योजनाओं को बाधित कर सकती है। हालांकि हिमपात के बीच गुजरते वर्ष को यादगार बनाने के इच्छुक लोगों के लिए यह खास हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के साथ आने वाला ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल को वर्षा व हिमपात दे सकता है।
होगी छिटपुट वर्षा
उत्तर भारत में अन्य स्थानों पर भी छिटपुट वर्षा देखी जा सकती है। न राज्यों में वर्षा की तीव्रता अलग-अलग होने की संभावना है, पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा की उम्मीद है। मौसमी बदलाव की वजह से तापमान में भारी गिरावट आएगी। जिससे नए साल की पूर्व संध्या का जश्न थोड़ा ठंडा हो जाएगा।
खासकर पिछले दो-तीन दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि देखी गई है। जिससे ठंड से थोड़ी राहत रही है। अगले दो-तीन 30 व 31 दिसंबर के आसपास तापमान तेजी से नीचे जा सकता है। कुमाऊं के कई क्षेत्रों में तापमान शून्य या उससे नीचे पहुंच सकता है।
उत्साह के साथ सावधानी जरूरी
पुराने वर्ष की विदाई व नए साल के स्वागत का क्षण सभी के लिए उत्साह वाला होता है। मौसम में बदलाव की संभावना के बीच पर्यटकों को उत्साह के साथ अतिरिक्त सावधानी रखनी होगी। खासकर पहाड़ों में पाला गिरने से सड़कें फिसलन वाली हो सकती है। मैदान में रात व सुबह के समय कोहरा परेशान करेगा। पहाड़ों पर घूमने आने पर पर्याप्त गरम कपड़े साथ लेकर चलें। छाता, रेनकोट साथ रख सकते हैं।
बारिश का है इंतजार
बारिश का दौर इस क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी आशीर्वाद है, जल संसाधनों की भरपाई करता है और आगे एक फलदायी कृषि मौसम सुनिश्चित करता है। किसानों को वर्षा का इंतजार है। शुष्क ठंड से सेहत के साथ फसलों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। गेहूं, सरसों, मसूर आदि की फसलों को बढ़वार के लिए वर्षा की जरूरत है। -गोपाल सिंह भंडारी, मुख्य कृषि अधिकारी, चंपावत
प्रमुख स्थानों का तापमान
- चंपावत 5.9
- लोहाघाट 0.3
- पिथौरागढ़ 4.6
- अल्मोड़ा 0.6
- मुक्तेश्वर 8.4
- पंतनगर 5.6 (नोट: न्यूनतम तापमान डिग्री सेल्सियस में)
आने वाला है नया पश्चिमी विक्षोभ
30 दिसंबर के आसपास नया पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इससे उत्तराखंड को वर्षा व हिमपात की उम्मीद रहेगी। तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी आने से ठंड में वृद्धि होगी। -बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून
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