अब 25 मई नहीं, एक जून को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, जानिए वजह
अब हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून को खुलेंगे। यात्रा मार्ग पर जमी भारी बर्फ को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
जोशीमठ, जेएनएन। समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित हिमालय के पांचवें धाम गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट अब एक जून को खोले जाएंगे। पहले गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी और मंदिर समिति की ओर से कपाट खोलने की तिथि 25 मई घोषित की गई थी। लेकिन, धाम में इस साल हुई भारी से भारी बर्फबारी के चलते इस तिथि में बदलाव करना पड़ा है।
हेमकुंड साहिब में अभी 20 फीट से अधिक बर्फ जमी है, जबकि धाम के मुख्य पड़ाव घांघरिया में आठ फीट से अधिक बर्फ है। इन हालात को देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने अप्रैल से ही तैयारियां शुरू करने का निर्णय लिया है। 25 अप्रैल से सेना की 418 इंजीनियर कोर के जवान बर्फ हटाने का काम शुरू कर देंगे।
गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस साल हेमकुंड साहिब में अप्रत्याशित बर्फबारी हुई है। जिसके चलते कपाट खुलने की तिथि आगे खिसकानी पड़ी। बताया कि वर्तमान में धाम पूरी तरह बर्फ के आगोश में है और पैदल मार्ग में जगह-जगह ग्लेशियर व बड़े-बड़े हिमखंड बिखरे पड़े हैं।
इसको देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी अभी से तैयारियों में जुट गई है। बताया कि धाम में जैसी स्थितियां हैं, उनसे यात्रा तैयारियों में बाधा पड़ सकती है। क्योंकि, मौसम अभी भी पल-पल रंग बदल रहा है और आगे भी बर्फबारी के आसार बने हुए हैं।
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