बदरीनाथ में उमड़ने लगा श्रद्धालुओं का सैलाब, व्यवसायियों के खिले चेहरे
बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो रहा है। बरसात के बाद यात्रियों की संख्या बढ़ने से व्यापारियों के चेहरे खिल गए हैं।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: बरसात की विदाई के साथ ही बदरीनाथ धाम एक बार फिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा है। खासकर इन दिनों पितृपक्ष के चलते पिंडदान के लिए भी यात्री बड़ी तादाद में बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। कपाट खुलने से लेकर अब तक की यात्रा पर नजर डालें तो 936939 यात्री भगवान बदरी नारायण के दर्शन कर चुके हैं।
बदरीनाथ धाम में बरसात के दौरान बार-बार हाइवे अवरुद्ध होने से यात्रियों की संख्या काफी घट गई थी। लेकिन, अब मौसम साफ होने के बाद बीते दो सप्ताह से तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। रोजाना चार हजार से अधिक यात्री बदरीनाथ पहुंच रहे हैं। खासकर पितृपक्ष में पितरों के तर्पण को बड़ी तादाद में यात्री बदरीनाथ पहुंच रहे हैं। इसके चलते अलकनंदा तट पर स्थित ब्रह्मकपाल तीर्थ में सुबह से ही यात्रियों की भीड़ उमड़ जा रही है। श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के धर्माधिकारी भुवन उनियाल के अनुसार धाम में यात्र के एक बार फिर जोर पकड़ने से स्थानीय व्यवसायियों के चेहरे भी खिले हुए हैं।
हेमकुंड में भी बढ़ी यात्रियों की आमद
हेमकुंड साहिब के कपाट दस अक्टूबर को बंद होने हैं और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कपाटबंदी की तैयारियों में जुटी हुई है। इस साल की यात्र पर नजर डालें तो अब तक 2.25 लाख यात्री हेमकुंड साहिब में मत्था टेक चुके हैं। जबकि, बीते वर्ष पूरे यात्र सीजन में 2.05 लाख यात्री ही हेमकुंड पहुंचे थे। गुरुद्वारा प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि दस अक्टूबर को दोपहर 1.30 बजे शीतकाल के लिए गुरुद्वारा के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
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