संवाद सूत्र, देवाल (चमोली) : राजकीय इंटर कालेज देवाल में अध्ययनरत चार छात्रों की कैल नदी में डूबने से मौत हो गई है। पुलिस ने चारों छात्रों के शव नदी से बरामद कर लिए हैं। इनमें तीन छात्र अपने घर के इकलौते थे। चारों शवों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवाल में पोस्टमार्टम कराने के बाद त्रिवेणी संगम में अंतिम संस्कार कर दिया है। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और हर किसी की आंखें नम हैं। शोक में शनिवार को देवाल बाजार बंद रहा। बताया जा रहा है चारों दोस्त थे और शुक्रवार को नदी तट पर घूमने निकले थे।

देर शाम तक घर नहीं लौटे तो स्‍वजन की बढ़ी चिंता

शुक्रवार को राइंका देवाल के चार छात्र आदित्य मिश्रा (17) पुत्र राकेश मिश्रा निवासी इच्छोली, अंशुल बिष्ट (17) पुत्र स्वर्गीय हरेंद्र सिंह ग्राम सोडिग, प्रियांशु बिष्ट उम्र (17) वर्ष पुत्र रघुवीर सिंह ग्राम धरातल्ला, व कक्षा नौ का छात्र धर्मेंद्र मेहरा (16) वर्ष पुत्र भरत सिंह ग्राम ओडर देवाल ब्लाक देवाल के इच्छोली शुक्रवार की दोपहर को देवाल बाजार आए थे। इसके बाद देर सायं तक घर नहीं लौटे तो सभी के स्वजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

नदी के तालाब में ग्रामीणों को चारों बच्चों के शव दिखे

रातभर पुलिस व स्वजन उनकी ढूंढ खोज करते रहे, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। शनिवार सुबह लापता धर्मेंद्र मेहरा की माता मुन्नी देवी व अन्य लोग खोजबीन के लिए जैन बिष्ट की ओर गए। कैलसिरी के ग्रामीणों ने कहा की शुक्रवार की सायं चार बच्चे नदी की ओर जाते देखे गए थे, इस पर स्वजन कैल नदी की तरफ खोजने के लिए गए। यहां नदी के तालाब में ग्रामीणों के चारों बच्चों के शव दिखे।

पोस्टमार्टम कराकर शवों को स्वजन को सौंपे

सूचना मिलने पर थाना थराली के प्रभारी कुलदीप सिंह मयफोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे व चारों शवों को पानी से बाहर निकला। चारो शवों का देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम कराकर शवों को उनके स्वजन को सौंप दिए। मौके पर उपजिलाधिकारी रविन्द्र जुवांठा, पूर्व विधायक जीत राम, प्रमुख दर्शन दानू, पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, महावीर सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, जिपंस आशा धपोला, लखन रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष सुरेन्द्र रावत, सहित सैकडों ने दुख प्रकट कर श्रद्धांजलि दी।

बेटे का शव देख मां ने नदी में लगाई छलांग

बच्चों की तलाश में जुटी महिला मुन्नी देवी ने जब बेटे का शव कैल नदी में देखा तो खुद भी जान देने के लिए नदी में कूद गयी। हालांकि साथ में गए अन्य ग्रामीणों ने तत्काल महिला को नदी से बाहर निकाला और उसे डूबने से बचा लिया। दरअसल शनिवार की सुबह लापता बेटे धर्मेद्र की तलाश में उसकी मां मुन्नी देवी भी ग्रामीणों के साथ नदी के किनारे गयी थी। जब ग्रामीणों को चार बच्चों के शव दिखाई दिए तो पहचान होते ही धर्मेंद्र की माता मुन्नी देवी ने नदीं में छलांग लगा दी।

चार घरों पर टूटा दुख का पहाड़

देवाल के इच्छोली गांव के आदित्य मिश्रा की मौत से स्वजन पूरी तरह टूट चुके हैं। आदित्य की दादी लीला देवी, माता पुष्पा मिश्रा, पिता राकेश फूटफूट रो रहे हैं। स्वजन बार-बार बेहोशी में जा रहे है। बड़ी बहन शिखा अपने भाई के दुख में गमगीन है। वहीं सोडिग गांव के अंशुल बिष्ट के दादा त्रिलोक सिंह, दादी हेमा देवी, माता मंजू देवी, बहिन अंशुल को याद कर फूटफूट कर रो रहे हैं।

सात साल पहले अंशुल के पिता हरेंद्र सिंह की देहरादून में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस दर्द से उभर नहीं पाए थे अब अंशुल की मौत से परिवार का चिराग बुझ गया है। इधर ओडर गांव के धर्मेन्द्र मेहरा की मौत की खबर सुनते ही दादी देवकी देवी, दादा भगवान सिंह माता मुन्नी देवी सदमे में हैं, बार-बार बेहोशी में जा रहे। धरातल्ला गांव का प्रियांशु बिष्ट की दादी पार्वती, माता कलावती देवी, पिता रघुवीर सिंह, भाई रवि बार-बार प्रियांशु को पुकार कर किसी तरह आंसुओं को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

तीन घरों का बुझे इकलौते चिराग

देवाल कैलसिरी के पास कैल नदी में मिले चार छात्रों में आदित्य मिश्रा, अंशुल बिष्ट, धर्मेंद्र मेहरा अपने माता पिता के इकलौते बेटे थे। आदित्य के पिता राकेश मिश्रा दो दशक से अधिक समय से देवाल बाजार में दैनिक समाचार पत्र घर-घर पहुंचाने के साथ व्यापारी हैं।

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Edited By: Sunil Negi