किशोरों की मौत की गुत्थी उलझी, कपड़ों के पास मिले थे नशीले पदार्थ, एसडीएम बोले- मामले की गंभीरता से होगी जांच
उपजिलाधिकारी रविंद्र जुवांठा ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। दरअसल शनिवार को कैल नदी में बने छोटे से तालाब में राजकीय इंटर कालेज में पढ़ रहे चार बच्चों आदित्य मिश्रा अंशुल बिष्ट प्रियांशु बिष्ट व धर्मेंद्र मेहरा की डूबने से मौत हो गई थी।
संवाद सूत्र, थराली: विकासखंड मुख्यालय देवाल के गांव कलसिरी के नीचे कैल नदी में चार किशोरों की मौत की गुत्थी उलझ गई है। इच्छोली, सोड़िग, धरा एवं ओडर गांव के 15 से 17 साल के यह किशोर राइंका देवाल में पढ़ते थे। इन किशोरों के कपड़ों के पास नशीले पदार्थ मिलने से कई सवाल उठ रहे हैं, जिसका जवाब किसी के पास नहीं है।
नशे के जाल में फंसने की आशंका
उपजिलाधिकारी रविंद्र जुवांठा ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। दरअसल, शनिवार को कैल नदी में बने छोटे से तालाब में राजकीय इंटर कालेज में पढ़ रहे चार बच्चों आदित्य मिश्रा, अंशुल बिष्ट, प्रियांशु बिष्ट व धर्मेंद्र मेहरा की डूबने से मौत हो गई थी। मृतक किशोरों के कपड़े के पास नशीले पदार्थ मिले थे, जिससे यह आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं यह नशे के जाल में तो नहीं फंस गए थे।
अभिभावकों को समय रहते आना होगा आगे
थराली बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डीडी कुनियाल, चिह्नित राज्य आंदोलनकारी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह रावत, देवाल प्रमुख दर्शन दानू और देवाल के क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रमोद मिश्रा आदि का कहना है कि चमोली जिले में नगरीय व कस्बाई क्षेत्र में नशे का धंधा तेजी से फैल रहा है, जिसका निशाना स्कूल और कालेजों के छात्र बन रहे हैं। इस धंधे को रोकने के लिए अभिभावकों को समय रहते आगे आना होगा। पुलिस प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी तत्परता से निभानी होगी, तभी मौत के सौदागरों से भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखा जा सकता हैं।
प्रशासन से नशे के विरुद्ध अभियान चलाने की मांग
देवाल: पिछले लंबे समय से क्षेत्र में मादक पदार्थ के तस्कर सक्रिय हैं। युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आ रहा है। जनप्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर नशे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पूर्व प्रमुख देवी दत्त कुनियाल, प्रमुख दर्शन दानू, क्षेपस प्रमोद मिश्रा, खड़क सिंह रावत, युवा मोर्चा भाजपा तेजपाल रावत, व्यापार बंद अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, इन्द्र राणा और महावीर बिष्ट ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते नशे के धंधे को रोकने के लिए अभिभावकों के साथ पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है।