रेल लाइन को गैरसैंण संघर्ष समिति ने दिया समर्थन
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बागेश्वर- टनकपुर रेल लाइन के लिए क्रमिक अनशन 27 वें दिन भी जार
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बागेश्वर- टनकपुर रेल लाइन के लिए क्रमिक अनशन 27 वें दिन भी जारी रहा। गैरसैंण राजधानी निर्माण संघर्ष समिति ने रेल लाइन के लिए क्रमिक अनशन में बैठे आंदोलनकारियों को समर्थन दिया। उन्होंने अंग्रेजों के जमाने से प्रस्तावित रेल लाइन के लिए संघर्ष तेज करने का ऐलान किया।
तहसील में 27वें दिन 68 साल के डुंगर ¨सह नेगी और 60 साल के दिनेश चंद्र लोहनी क्रमिक अनशन पर बैठे। आंदोलनकारियों ने कहा कि बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन अंग्रेजों के जमाने में प्रस्तावित हुई। टनकपुर से रेल की पटरी भी बिछाई गई। 1912 में सर्वेक्षित रेल लाइन के लिए केंद्र सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि 1980 के अलावा 2006, 2009, और 2010 में पुन: सर्वे कराई गई। जबकि 2011 में तत्कालीन सरकार ने रेल लाइन को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया। वक्ताओं ने कहा कि लेकिन बजट नहीं मिलने से रेल लाइन का मसला लटका हुआ है। गैरसैंण राजधानी निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण ¨सह बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी महेश चंद्र पांडे ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर नीमा दफौटी, खड़क राम आर्य, गो¨वद भंडारी, डुंगर ¨सह नेगी, डीआ आर्य, महेंद्र ¨सह कोश्यारी, सुरेश ¨सह, हयात ¨सह मेहता, केवल ¨सह ड्योड़ी, डॉ. प्रताप ¨सह गढिया, पार्वती पांडे, सरस्वती गैलाकोटी, दिनेश चंद्र लोहनी, प्रेम ¨सह बिष्ट आदि मौजूद थे।