दीप महोत्सव में दिखी उत्तराखंड की संस्कृति की छटा
बागेश्व के गरुड़ में आयोजित दीप महोत्सव में उत्तराखंड की संस्कृति के अलग-अलग रंग देखने को मिले। बाल कलाकारों ने अपनी कलाकारी से सबका मन मोह लिया।
बागेश्वर, [जेएनएन]: गरुड़ तहसील के मटेना गांव में आयोजित दीप महोत्सव रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हो गया है। महोत्सव का समापन मटेना की ग्राम प्रधान शकुंतला कांडपाल ने किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं के द्वारा आयोजित दीप महोत्सव के आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जुड़ने और उसे समझने का अवसर मिला है।
नवयुवक मंगल दल और महिला मंगल दल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दीप महोत्सव में बाल कलाकारों पहाड़ी नृत्य कर सबका मन मोह लिया। गायककार विवेक पांडे ने पहाड़ की खूबसूरत आबोहवा का वर्णन "शहरों कै छोड़ी बेर येजाओ पहाड़ा, क्ये भौल मानियुछ दाज्यू मेरो पहाड़ा" गीत के माध्यम से किया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वहीं कलाकार कोमल खोलिया ने "सुण रे दगड़िया बात सुणी जा, तू मेरी और ठंडो रे ठंडो मेरी पहाड़े की हवा ठंडी गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम में समा बांध दिया। महोत्सव में कलाकार पप्पू पांडे, भोला पांडे और संजय पांडे की टीम ने मद्य निषेध, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान और मतदान जागरुकता पर कार्यक्रम पेश कर जमकर तालियां बटोरी। सभी कलाकारों को कार्यक्रम के संचालक गोविंद बड़सीला ने नकद धनराशि प्रदान की। वहीं आयोजकों ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन लगातार करवाए जाएंगे। जिससे अधिक से अधिक युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ा जा सके।
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