सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग
डाक कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक डाक कर्मियों की मांगों पर कार्रवाई नही होती तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
बागेश्वर, [जेएनएन]: 7वें वेतन आयोग की सकारात्मक सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर डाक कर्मियों का आंदोलन जारी रहा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक डाक कर्मियों की मांगों पर कार्रवाई नही होती तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
मुख्य डाक घर के सामने डाक कर्मियों ने अपना धरना प्रदर्शन 12वें दिन भी जारी रखा। कर्मियों ने कहा कि कमलेश चंद्रा की रिपोर्ट लागू होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने वेतन भत्ते, पर्वतीय, सीमांत भत्ता, उत्तराखंड एलाउंस, आफिस रख रखाव भत्ता, स्पेशल ड्यूटी एलाउंस, स्टेशनरी, फर्नीचर को सुरक्षित रखने के लिए पदों को भरने की मांग उठाई। इतने दिनों से आंदोलन करने के बाद भी सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिससे डाक कर्मियों में रोष पनपते जा रहा है। अगर जल्द कार्रवाई नही होती तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
इस अवसर पर माधवानंद जोशी, जगदीश सिंह, शंकर सिंह, मोहन चंद्र जोशी, किशन बोरा, गोपाल दत्त जोशी, मंजुला गढ़िया, तारा खेतवाल, राधा देवी, ममता देवी, महिपाल सिंह साही, जयगिरी, गिरीश सिंह, योगेन्द्र प्रसाद, कैलाश चंद्र आदि मौजूद थे।
ग्रामीण डाक सेवा चरमराई
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित 132 डाक घरों में डाकसेवाएं चरमरा गई है। जिससे लोगों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। चिठ्ठी पत्री के साथ पेंशन आदि भी नही मिल रही है। ग्रामीण रोज डाक घरों के चक्कर काट रहे है। जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। बिलौना के प्रधान कैलाश गढ़िया ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग जरुरी कार्यों के लिए डाकघरों पर ही निर्भर है। जिससे दिक्कतें बढ़ गई है। जरुरी चिठ्ठी पत्री सहित पेंशन आदि नही मिल रही है।
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