Bageshwar Bypoll: बड़े दलों में मची उठापटक, टम्टा का इनकार; AAP प्रत्याशी बसंत दूसरे दल से लड़ सकते हैं चुनाव
Bageshwar Bypoll अनुसूचित जाति आरक्षित विधानसभा सीट बागेश्वर में उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों का मंथन तेज हो गया है। भाजपा कांग्रेस और अब आप ने भी उपचुनाव को लेकर ताल ठोक दी है। आप प्रत्याशी बसंत कुमार अन्य दल से चुनाव लड़ सकते हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: अनुसूचित जाति आरक्षित विधानसभा सीट बागेश्वर में उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों का मंथन तेज हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और अब आप ने भी उपचुनाव को लेकर ताल ठोक दी है। उपचुनाव को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गरम होने लगा है। आप के प्रत्याशी बसंत कुमार के अन्य दल से चुनाव लड़ने की चर्चा पर बड़े दलों में गहमागहमी है।
काबीना मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद विधानसभा सीट रिक्त चल रही है। छह माह के भीतर चुनाव होना है। जिला प्रशासन भी इसकी तैयारियों में जुटा है। वहीं, राजनीतिक दल भी उपचुनाव को लेकर गणित बिठाने लगे हैं। पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा का नाम कांग्रेस से उपचुनाव प्रत्याशी के रूप में चर्चा पर था। अब वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर आशा बांध दी है। टम्टा ने कहा कि वह विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन उनका एकाएक पटल जाना राजनीतिज्ञों को पच नहीं पा रहा है। कांग्रेस के दूसरे प्रत्याशी रंजीत दास भी अभी सक्रिय नहीं दिख रहे हैं।
भाजपा से टिकट फिलहाल स्व. दास की पत्नी पार्वती दास या उनके पुत्र गौरव, भास्कर को मिलने की संभावना है। पूर्व में हुए उपचुनाव में भाजपा ने इस तरह से टिकट बांटे हैं।
आम आदमी के प्रत्याशी बसंत कुमार ने भी ताल ठोक दी है। उन्होंने कहा कि वह बागेश्वर की जनता की सेवा करना चाहते हैं। उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। दास परिवार से उन्हें संवेदना है। उनके परिवार को चार बार जनता ने विधायक बनाया है। भाजपा भी परिवारवाद की राजनीति नहीं करती है। योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ा जाना चाहिए। वह चाहते थे की स्व. दास अपना कार्यकाल पूरा करें। फिलहाल वह आप पार्टी में हैं। यदि दूसरी पार्टी से उपचुनाव लड़ेंगे तो कुछ दिनों पर सामने आएगा।
वर्जन...
उपचुनाव को लेकर चर्चा होगी। पार्टी हाइकमान ही टिकट निर्धारित करेगा। अभी प्रत्याशी कौन होगा यह कहा नहीं जा सकता है।
- इंद्र सिंह फर्स्वाण, जिलाध्यक्ष, भाजपा
अभी प्रत्याशी को लेकर मंथन चल रहा है। प्रत्याशी अपना नाम देंगे। उसे हाइकमान को भेजा जाएगा। वहां से नाम फाइनल होने पर युद्धस्तर से काम किया जाएगा।
- भगवत सिंह डसीला, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस