तीन साल की मासूम पर टूट पड़ा कुत्तों का झुंड, ऐसे बची जान
अल्मोड़ा जिले के ताड़ीखेत में कुत्तों के झुंड ने तीन साल की बच्ची पर हमला कर उसे घायल कर दिया। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ताड़ीखेत(अल्मोड़ा), जेएनएन। गनियाद्योली कस्बे में मां के पीछे जा रही तीन वर्षीय बच्ची पर कुत्तों का झुंड टूट पड़ा। अचानक हिंसक हो उठे कुत्तों ने बच्ची की गर्दन, पैर और हाथ को बुरी तरह जख्मी कर डाले। उधर से गुजर रहे स्कूटी सवार ने हो हल्ला मचाया और एक ग्रामीण की मदद से बच्ची को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाया जा सका। लहूलुहान बालिका को नागरिक चिकित्सालय से गंभीर हालत में उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।
दरअसल, गुरुवार को विकासखंड के मल्ला विशुवा निवासी राजेंद्र प्रसाद आर्य की पत्नी अपने बड़े बेटे को लेने के लिए स्कूल को निकली। इसी दौरान उसकी तीन वर्षीय बेटी ललिता (लब्बू) भी मां के पीछे-पीछे दौड़ पड़ी। राजेंद्र की पत्नी को इसका आभास ही नहीं हुआ कि बेटी पीछे से आ रही है।
इसी दौरान प्राइमरी स्कूल गनियाद्योली के पास आठ दस आवारा कुत्ते बच्ची पर झपट पड़े। कुत्ते इस कदर आक्रामक हो गए कि बच्ची की गर्दन को जबड़े में दबोच गहरे दांत लगा दिए। किसी तरह आवारा कुत्तों के चंगुल से मासूम बच्ची को छुड़ाया। खून से लथपथ बालिका को तत्काल गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय पहुंचाया गया।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरके सागर के अनुसार बच्ची की गर्दन पर ज्यादा घाव हैं। गंभीर हालत देखते हुए बच्ची को हल्द्वानी रेफर किया गया है।
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