पुलिस और व्यापारी नेता के बीच झड़प, धक्का-मुक्की
अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में वन-वे पर लोडेड कैंटर ले जाने के माामले में यातायात पुलिस और व्यापारी नेता के बीच झड़प हो गर्इ। नौबत मारपीट तक की आ गर्इ।
रानीखेत, [जेएनएन]: वन वे पर लोडेड कैंटर ले जाने के मसले पर यातायात पुलिस के सिपाही और व्यापारी नेता में झड़प हो गई। मामला इस कदर गरमाया कि उनमें धक्का-मुक्की हो गर्इ। नौबत हाथापाई तक जा पहुंची। घंटों चले बखेड़े के बाद कोतवाल की मध्यस्थता में सुलह समझौता करा दिया गया।
दरअसल, रविवार को हल्द्वानी से सामान लेकर कैंटर विजयी चौक होते हुए रोडवेज स्टेशन की ओर बढ़ने लगा। चौक पर तैनात यातायात पुलिस के सिपाही गोपाल जोशी ने ट्रक को रोक लिया। चालक ने हिल इंजीनियरिंग वर्कशॉप के मालिक महेंद्र सिंह को मौके पर बुलवा लिया।
यातायात पुलिस के सिपाही ने वन वे का हवाला दे कैंटर को आगे न ले जाने की हिदायत दी। तब महेंद्र सिंह ने व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत नेगी को फोन लगाकर बात करानी चाही लेकिन सिपाही ने कोई बात नहीं की। बताया जा रहा है कि इस बीच एक दूसरे व्यापारी के कहने पर सिपाही ने ट्रक को वन वे पर भेज दिया।
इधर, व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत मौके पर पहुंचे और फोन न उठाने का कारण पूछा। इस पर व्यापारी नेता व सिपाही में बहस होने लगी। विवाद बढ़ा तो उनमें धक्का-मुक्की भी होने लगी।
व्यापारी नेता ने आरोप लगाया कि-दो दो सौ रुपये लेकर वाहन छोड़ दिए जा रहे हैं। इस पर मामला और गरमा गया। जिसके बाद सिपाही कोतवाली चला गया। कोतवाल ने व्यापारी नेता को भी बुलवा लिया। दोनों के बीच समझौता कराकर मामला रफा-दफा कर दिया गया।
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