बीटीकेआईटी के 160 छात्र भोपाल में लेंगे प्रशिक्षण
बीटीकेआईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में तकनीकि शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत 'आउटकम बेस्ड एजुकेशन' पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
द्वाराहाट, [जेएनएन]: बाजारू और प्रतिस्पर्धात्मक अर्थव्यवस्था के इस दौर में श्रेष्ठ अभियंता तैयार करने के मकसद से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कर्इ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। कार्यशाला में बताया गया कि प्रबंधन, सामंजस्य, धैर्य के लिहाज से तकनीकि के छात्रों को सुदृढ़ कर उन्हें प्रोत्साहित करना जरूरी है। साथ ही विशेषज्ञों ने माना कि तकनीकि संस्थानों को अपना स्टैंडर्ड और क्वालिटी बनाए रखने के लिए और कोशिशें भी करनी होंगी। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम के तहत बीटीकेआईटी के करीब 160 छात्र प्रशिक्षण के लिए भोपाल जाएंगे।
बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में तकनीकि शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत 'आउटकम बेस्ड एजुकेशन' पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मध्य प्रदेश के प्रो. आरके नेमा रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी युवा को इंजीनियरिंग की डिग्री देने का मकसद उसे कुशल उत्पादन के रूप में विकसित करना है। तभी वह बाजार को संभाल पाएगा। इसके लिए छात्रों को कुशल प्रबंधन और सामंजस्यता के गुर सिखाने होंगे।
संस्थान के निदेशक प्रो. आरके सिंह ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में खुद को स्थापित करने के लिए स्तर व गुणवत्ता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। अपनी खूबियों को उजागर करना होगा। उन्होंने कहा कि संस्थान की हर कक्षा से पांच छात्र भोपाल (मध्य प्रदेश) भेजे जाएंगे।
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