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छात्रों की चहल-कदमी में गुलजार हुए विद्यालय, पहले दिन वाराणसी के स्कूलों में 30 से 35 फीसद उपस्थिति

कोविड प्रोटोकाल की गाइड लाइन के मद्देनजर विद्यालय गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बच्चों को परिसर में प्रवेश दिया जा रहा था। वहीं विद्यालयों में सैनिराइजर की भी व्यवस्था देखी गई। स्कूलों में संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक करने के बाद पढ़ाई शुरू हुई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 16 Aug 2021 09:59 PM (IST)Updated: Mon, 16 Aug 2021 09:59 PM (IST)
सोनारपुरा स्थित दुर्गा चरण बालिका इंटर कॉलेज खुलने पर छात्राएं को सेनिटाइजर व थर्मल स्कैनिंग करते स्कूल कर्मचारी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। करीब चार माह के बाद यूपी बोर्ड, सीबीएसई, सीआइएससीई सहित अन्य सभी बोर्ड के विद्यालयों में सोमवार को खुल गए। ऐसे में लंबे समय के बाद बच्चों की चहल-कदमी से शैक्षणिक संस्थानों गुलजार रहे। हालांकि पहले दिन यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति औसत 30 से 35 फीसद तक रही। कान्वेंट स्कूलों का भी यही हाल हाल रहा। इसके पीछे सावन का अंतिम सोमवार बताया जा रहा है।

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कोविड प्रोटोकाल की गाइड लाइन के मद्देनजर विद्यालय गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करने के बाद बच्चों को परिसर में प्रवेश दिया जा रहा था। वहीं विद्यालयों में सैनिराइजर की भी व्यवस्था देखी गई। कई स्कूलों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को जागरूक करने के बाद पढ़ाई शुरू हुई। बहरहाल स्कूल खुलते ही पठन-पाठन पटरी पर लौट आया है। क्लास रूम में भी गुरुजी से लगायत छात्रों तक के चेहरे पर मास्क नजर आया। जहां पहले एक डेस्क-बेंच पर चार-चार बच्चे बैठकर पढ़ते थे। वही एक डेस्क-बेंच पर सिर्फ दो बच्चे बैठकर पढ़ते नजर आए। चार घंटे की क्लास होने के कारण लंच नहीं हुआ। क्लास खत्म होने के बाद बच्चे सीधे घर रवाना कर दिए गए।

अधिकारी करते रहे निरीक्षण

पहले दिन विद्यालयों की व्यवस्था देखने अधिकारी भी दौड़ा करते देखे गए। बोर्ड के निर्देश पर प्रयाग के उप शिक्षा निदेशक विकास श्रीवास्तव, डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय, सह जिला विद्यालय निरीक्षक शिवपूजन द्विवेदी ने क्वींस इंटर कालेज, आर्य महिला इंटर कालेज, महामना मालवीय इंटर कालेज, सनातन धर्म इंटर कालेज, राजकीय विद्यालय (जक्खिनी), जगतपुर इंटर कालेज का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने माध्यमिक विद्यालयों में कोविड की गाइड लाइन के अनुसार पर्याप्त इंतजाम की भी जांच की। अधिकारियों ने मुख्य रूप से उपस्थिति, अभिभावकों के सहमति पत्र, शारीरिक दूरी के अनुसार सीटिंग प्लान, सैनिटाइजेशन की व्यवस्था, मास्क, प्राथमिक उपचार की सुविधा, पल्स आक्सीमीटर सहित 19 बिंदुओं पर पड़ताल की।

विद्यालय दो पालियों में संचालित हो रहें है

माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से 12 तक कक्षाएं दो पालियों में चलाई जा रही है। प्रथम पाली सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक तथा द्वितीय पाली दोपहर 12.30 से 4.30 तक चली। दोनों पालियों में कक्षा नौ से 12 तक के 50-50 फीसद बच्चों को विद्यालय बुलाया गया है। वहीं पहले से दो पालियों में चलने वाले विद्यालयों में 50 फीसद ही बच्चे बुलाए गए थे।

काली पट्टी बांध कर शिक्षकों ने जताया विरोध

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने दो पालियों में लगातार आठ घंटे पढ़ाने का विरोध किया है। इस क्रम में पहले ही दिन हरिश्चंद्र इंटर कालेज, बंगाली टोला इंटर कालेज, जगतपुर इंटर कालेज, अग्रसेन कन्या इंटर कालेज सहित जनपद के कई अनुदानित विद्यालयों के शिक्षकों ने काली पट्टी बांध कर बच्चों को पढ़ाया।


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