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संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब प्रतिदिन होगा कुलगीत, इसके बाद कर्मचारी शुरू करेंगे कामकाज

हर विश्वविद्यालय का अपना एक कुलगीत होता है जो विशेष अवसरों प्रस्तुत किया जाता है। इसके चलते डिग्री हासिल करने तमाम विद्यार्थियों को कुलगीत की महत्ता भी नहीं समझ पाते हैं। इसे देखते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब प्रतिदिन कुलगीत का प्रसारण कराने का निर्णय लिया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 10:44 AM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 10:44 AM (IST)
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब प्रतिदिन कुलगीत का प्रसारण कराने का निर्णय लिया गया है।

वाराणसी, जेएनएन। हर विश्वविद्यालय का अपना एक कुलगीत होता है जो विशेष अवसरों प्रस्तुत किया जाता है। इसके चलते डिग्री हासिल करने तमाम विद्यार्थियों को कुलगीत की महत्ता भी नहीं समझ पाते हैं। इसे देखते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब प्रतिदिन कुलगीत का प्रसारण कराने का निर्णय लिया गया है। कुलगीत की रिकार्डिंग भी की जा चुकी है। प्रतिदिन सुबह 10.30 बजे चार मिनट का कुलगीत का प्रसारण किया जाएगा। इसके बाद कर्मचारी कार्यालय का कामकाज शुरू करेंगे।

वाग्देवी मंदिर से सुबह-शाम नियमित श्लोकों का प्रसारण परिसर में 12 प्वाइंटों पब्लिक एड्रेस सिस्टम सिस्टम (लाउडस्पीकर) लगाया गया है।  वाग्देवी मंंदिर से प्रतिदिन सुबह व शाम 5.30 बजे से 6.30 तक गीता, शिव तांडव श्लोक, शिव तांडव स्त्रोत का प्रसारण किया जा रहा है।सुप्रभातम् नामक इस कार्यक्रम का शुभारंभ हाल में ही मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल व डीएम कौशल राज शर्मा ने किया था। कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल ने बताया कि अब सुबह 10.30 बजे विश्वविद्यालय के कुलगीत का भी प्रसारण कराने की योजना है। चार मिनट की रिकार्डिंग भी कराई  जा चुकी है। उन्होंने कहा कि कुलगीत के बाद ही अब कार्यालय का कामकाज शुरू होगा। बताया कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम सिस्टम एक मानिटिरिंग सिस्टम कुलपति कार्यालय में भी लगवाने की योजना है ताकि विशेष अवसरों व विपरित परिस्थितियों में कोई भी सूचना परिसर में एक साथ छात्राें, अध्यापकों व कर्मचारियों को दिया जा सके। कहा कि पूर्वी गेट के पास सीसी टीवी कैमरा पहले ही लगवाया गया था। अब सभी द्वारों पर सीसी टीवी कैमरा लगवाने की योजना है ताकि कैमरे के माध्यम से प्रॉक्टर कार्यालय से सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा सके। यही नहीं परिसर एक स्थान से ही परिसर के सभी सुरक्षा कर्मियों को निर्देशित भी किया जा सके।


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