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वाराणसी में Electricity के लिए धरने पर बैठा परिवार, चैन की नींद सोए एसडीओ और जेई

हर महीने तीन से चार हजार रुपये की बिल जमा करने के बाद भी बिजली विभाग ने कनेक्शन काट दिया। उपभोक्ता को जब पता चला कि बिल जमा करने के बाद भी कनेक्शन काट दिया गया है। तो वह उपकेंद्र में फोन करके अपनी शिकायत दर्ज कराए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 08:50 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 01:29 PM (IST)
पीड़ित परिवार कॉलोनी के गेट पर धरना देने बैठ गया।

वाराणसी, जेएनएन। हर महीने तीन से चार हजार रुपये की बिल जमा करने के बाद भी बिजली विभाग ने कनेक्शन काट दिया। उपभोक्ता को जब पता चला कि बिल जमा करने के बाद भी कनेक्शन काट दिया गया है। तो वह उपकेंद्र में फोन करके अपनी शिकायत दर्ज कराए। उसके घण्टे भर बाद भी बिजली नहीं आने पर उपभोक्ता ने पुनः उपकेंद्र पर फोन किया तो उपकेंद्र पर तैनात एसएसओ ने स्मार्ट मीटर के प्रतिनिधि का नंबर दिया। उसने फोन पर बताया कि स्मार्ट मीटर का सर्वर लखनऊ में डाउन है। सुबह आपका कनेक्शन चालू हो जाएगा।

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सुबह तक इंतजार करने के बाद पीड़ित परिवार कॉलोनी के गेट पर धरना देने बैठ गया। मामला बड़ा लालपुर के शीतल नगर कॉलोनी का है। केनरा बैंक के तरना शाखा में कार्यरत बृजेश कुमार सिंह अपने परिवार के साथ चांदमारी स्थित शीतल नगर में रहते हैं। हर माह की चार तारीख को ऑनलाइन वह अपने बिल का भुगतान कर देते है। शुक्रवार शाम को भी वह अपने बिल का भुगतान कर चुके थे। तभी उनके घर की बिजली गुल हो गई। खैर इनवर्टर से सात घण्टे काम चलाया। जब बैटरी डिस्चार्ज हो गयी तब वह घर से बाहर निकले तो देखा सबकी लाइट चालू है। केवल उनकी लाइट बंद है। रात 11 बजे से वह बिल जमा करने के बाद भी रात भर अंधेरे में रहे। सुबह परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। रात भर जेई और एसडीओ चैन की नींद सोने के बाद सुबह जागे तो उन्हें पता चला कि बृजेश परिवार के साथ कॉलोनी गेट पर धरने पर बैठे हैं। तो फौरन उन्होनें एक टीम उनके घर भेजा। लगभग 20 घण्टे बाद बृजेश के घर की बिजली ठीक की गई।

एसडीओ के दबाव में कर्मचारी बोल रहे झूठ

घर पर बिजली ठीक करने आए कर्मचारियों ने फोन पर ही बिजली चालू कराया। लेकिन परिवार को बताया कि आपके एमसीबी बॉक्स से फ्यूज उड़ गया था। जबकि उपभोक्ता का कहना है कि बिजली कर्मचारियों ने एमसीबी बॉक्स को खोला ही नहीं। कॉलोनी के अन्य लोगों के सामने बेइज्जती होने के कारण वह अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं।

बिजली विभाग के सूत्रों की माने तो बृजेश की बिजली गलती से काट दी गयी थी। जबकि ऊर्जा मंत्री ने आदेश दिया था कि कोरोना संक्रमण के दौरान किसी की बिजली नहीं काटी जाएगी। उनके इस आदेश की अवहेलना को छिपाने के लिए एसडीओ ने अपने कर्मचारियों से झूठ बोलवाया। इस सम्बंध में जब बड़ा लालपुर एसडीओ से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

इसकी जांच करवाई जाएगी

बिल जमा होने के बाद भी यदि कनेक्शन काटा गया है तो इसकी जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए अधीक्षण अभियंता को निर्देशित करेंगे।

मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पुविविनिलि


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