सुशासन के लिए भ्रष्टाचार से मुक्ति जरूरी
वाराणसी : उडप्पा सभागार (बीएचयू) में शनिवार को प्रो. हरिहर नाथ त्रिपाठी जन्मस्मृति समारोह मनाया
वाराणसी : उडप्पा सभागार (बीएचयू) में शनिवार को प्रो. हरिहर नाथ त्रिपाठी जन्मस्मृति समारोह मनाया गया। इस दौरान 'सुशासन एवं राष्ट्र निर्माण' पर संगोष्ठी की गई। मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय (पटना) के न्यायमूर्ति डीडी झा ने कहा कि सुशासन के लिए भ्रष्टाचार मुक्ति जरूरी है। सभी के प्रयास से ही भ्रष्टाचार दूर होगा। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। कहा कि कृषि प्रधान राष्ट्र में वैज्ञानिक ढंग से खेती की जानी चाहिए।
उच्च न्यायालय (इलाहाबाद) के न्यायमूर्ति बी अमित स्थालेकर ने कहा कि वस्तुत: सुशासन राजा के दायित्वों और उसके विवेक पर निर्भर है कि कैसा राष्ट्र निर्माण होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि संपूर्णानंद संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. यदुनाथ प्रसाद दुबे ने प्राचीन काल के कई संदर्भो का उल्लेख करते हुए एकलव्य- द्रोणाचार्य प्रसंग पर भी चर्चा की।
इनका सम्मान : हरिहर नाथ त्रिपाठी फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रो. प्रियंबदा तिवारी, प्रो. एचएस शुक्ला, प्रो. डीएन पाडेय व श्याम सुंदर जायसवाल को शैक्षणिक, सामाजिक उपलब्धियों एवं सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। डा. क्षेमेंद्रमणि त्रिपाठी की पुस्तक 'सुशासन एवं राष्ट्र निर्माण' का विमोचन किया गया। अध्यक्षता प्रो. आरपी पाठक, स्वागत मणिशकर पांडेय व संचालन प्रो. सतीश राय ने किया।