Lok Sabha Chunav: बागियों ने बिगाड़ा 'भीम' का खेल, अब पूर्व मंत्री पर दांव आजमाएगी सपा! अखिलेश को सुनाई मन की व्यथा
Sultanpur Seat इंडी गठबंधन में सुलतानपुर सीट सपा के खाते में गई है। पार्टी की ओर से बीते दिनों जारी तीसरी सूची में भीम निषाद को प्रत्याशी घोषित किया गया था। इस घोषणा के बाद से ही जिले के नेताओं में भीतरखाने नाराजगी देखी जा रही थी। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से वार्ता भी हो चुकी है। अब पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद का नाम लगभग तय हो गया है।
जागरण संवाददाता, सुलतानपुर। एक ओर प्रत्याशी की परिचयात्मक बैठक गठबंधन दल के पार्टी कार्यालय हो रही थी, दूसरी ओर विरोध में लामबंद सपा का एक खेमा हाईकमान के दरबार में हाजिर था। प्रत्याशी बदले जाने को लेकर पूरा जोर भी लगा दिया। अब इस खेमे को विश्वास भी हो गया है कि प्रत्याशी बदल दिया जाएगा। शुक्रवार तक इसकी घोषणा भी हो सकती है। हालांकि, इन दावों की पुष्टि नई सूची जारी होने के बाद ही हो सकेगी। प्रस्तुत है अजय सिंह की रिपोर्ट...
आइएनडीआइए गठबंधन में सुलतानपुर लोकसभा सीट सपा के खाते में गई है। पार्टी की ओर से बीते दिनों जारी तीसरी सूची में अंबेडकरनगर के भीम निषाद को प्रत्याशी घोषित किया गया था। इस घोषणा के बाद से ही जिले के नेताओं में भीतरखाने नाराजगी देखी जा रही थी। चुनावी गतिविधियां बिल्कुल थम सी गई थीं। इसका असर टिकट मिलने के बाद भीम निषाद के प्रथम आगमन पर 21 मार्च को भी दिखा था।
गुरुवार को कांग्रेस पार्टी कार्यालय में सपा प्रत्याशी की परिचयात्मक बैठक बुलाई गई थी। इस बीच पता चला कि नाराज नेताओं को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाया है। इसलिए वे बैठक में शामिल नहीं हैं। दोपहर बाद यह चर्चा शुरू हो गई कि सपा का प्रत्याशी बदला जाएगा। इस बारे में जानकारी के लिए जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव से दूरभाष पर बात की गई।
उन्होंने बताया कि वह और पूर्व विधायक अरुण वर्मा, संतोष पांडेय, भगेलू राम लखनऊ में ही हैं। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से वार्ता भी हो चुकी है। अब पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद का नाम लगभग तय हो गया है। वह गोरखपुर के रहने वाले हैं। शुक्रवार तक घोषणा होने की उम्मीद है। जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस की बैठक में शामिल न होने की भी पुष्टि की।
बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में गोरखपुर सीट पर भाजपा के खिलाफ रामभुआल को चुनाव लड़ाया गया था। वहीं, पार्टी के लोगों का कहना है कि भाजपा द्वारा मेनका गांधी को दोबारा प्रत्याशी बनाए जाने के कारण बदलाव हो रहा है। कारण, उनका कद बड़ा है, भीम निषाद फिट नहीं बैठेंगे। हालांकि, नई सूची जारी होने का इंतजार है। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा का कहना है कि सपा जिसे भी लड़ाएगी, गठबंधन धर्म का पालन कर तन-मन से हर संभव मदद की जाएगी।