एक आइडी पर चार लोगों को दे दिया आवास
महेंद्र पांडेय, सुल्तानपुर इनको मिली है जिम्मेदारी विकास कार्यो की। पर, उनके द्वारा कराए गए कार्य
महेंद्र पांडेय, सुल्तानपुर
इनको मिली है जिम्मेदारी विकास कार्यो की। पर, उनके द्वारा कराए गए कार्य से विकास न हो तो अच्छा। क्योंकि इनकी कार्यप्रणाली से पात्रों को मिलता है ठेंगा और मौज मारते हैं संपन्न लोग। ऐसा किसी और नहीं बल्कि उस गांव के लोगों का कहना है जो अपने हक के लिए साहब की चौखट नाप रहे हैं।
दरअसल, कूरेभार विकासखंड के गड़ौली ग्राम पंचायत में इंदिरा आवास आवंटन में जिम्मेदार अफसरों ने बड़ा खेल कर दिया है। गांव के सूर्यनारायण तिवारी के अनुसार बीपीएल नंबर 23019 पर एक, दो नहीं बल्कि चार लोगों को आवास आवंटित कर दिए गए। इतना ही नहीं बकायदा प्रक्रिया के तहत धनराशि जारी हुई और मकान का निर्माण भी कराया गया। जब इस खेल की भनक पात्र को लगी तो वह दौड़ा, और विभाग के परियोजना निदेशक पीसी जायसवाल से की। हालांकि पीडी जायसवाल के अनुसार उनसे किसी ने शिकायत नहीं की है।
फर्जीवाड़ा से इन्हें मिला लाभ
बीपीएल संख्या 23019 पर गड़ौली गांव के करिया पुत्र अमीन, करिया पुत्र मनोरथ को आवास व श्यामा देवी पत्नी जगदीश को पेंशन दी जा रही है। इसी कड़ी में उक्त बीपीएल संख्या पर रामू पुत्र करिया को वर्ष 2013-14 में आवास आवंटित किया गया है।
सूची सत्यापन में की गई हेराफेरी
फर्जी तरीके से अपात्रों को आवास आवंटन में हेराफेरी गांवों के पात्रों की सूची बनाते वक्त की जाती है। इसके बाद सत्यापन कर सूची विकास खंड अधिकारियों के पास जाती है तो वास्तविकता का पता उन्हें भी नहीं चल पाता। अलबत्ता पात्रों की तस्दीक की जाए तो इसका खुलासा हो। पर, इसमें भी जिम्मेदारों की सांठगांठ होती है। जिसके कारण जांच रिपोर्ट को भी धता बता दिया जाता है।
ग्राम विकास अधिकारी पर लगाया आरोप
गलत तरीके से आवास आवंटन में पात्रों का चयन करने व सत्यापन करने में यहां के ग्राम विकास अधिकारी गुलाबचंद्र मिश्र पर शिकायतकर्ता ने आरोप मढ़ा है। शिकायत करने वाले सूर्यनारायण तिवारी बताते हैं कि ग्राम विकास अधिकारी मिश्रा के खिलाफ पहले भी सूची में हेराफेरी करने की शिकायत हो चुकी है। किंतु अफसरों ने मामले को अनसुना कर दिया।
बोले पीडी, होगी कार्रवाई
इंदिरा आवास आवंटन में फर्जीवाड़ा के बाबत परियोजना निदेशक पीसी जायसवाल प्रकरण से अनभिज्ञता जताते हैं। फिर मामले से अवगत होने के बाद बोले, एक आइडी पर चार लोगों को आवास दिया जाना गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगी उसपर कार्रवाई की जाएगी।