2021 तक पूरा होगा रेलवे के दोहरीकरण का कार्य
बुधवार को पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के डीआरएम एके मिश्रा ने गढ़वा-सिगरौली रेलखंड का दौरा किया।डीआरएम ने रेलखंड में चल रहे विद्युतीकरण और दोहरीकरण का कई जगहों पर निरीक्षण किया।उन्होंने दोनों कार्यों में तेजी लाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारीयों को दिया।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : पूर्व मध्य रेलवे धनबाद मंडल के डीआरएम एके मिश्रा ने बुधवार को गढ़वा-सिगरौली रेलखंड का निरीक्षण किया। डीआरएम ने रेलखंड में चल रहे विद्युतीकरण और दोहरीकरण के कार्यों को कई जगहों पर देखा और तेजी लाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। श्री मिश्रा ने बताया कि 2021 तक दोहरीकरण का कार्य पूरा होगा। दोहरीकरण का कार्य पूरा होने के बाद ही मुंबई सहित अन्य प्रमुख जगहों को जाने वाली यात्री ट्रेनों को इस मार्ग पर चलाया जा सकेगा। इस दौरान संबंधित अधिकारियों ने दोहरीकरण की प्रगति के बारे में डीआरएम को बताया। डीआरएम ने ओबरा डैम स्टेशन पर दोहरीकरण के कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद वे सिगरौली की ओर रवाना हो गये। इस दौरान सीनियर कोर्डिनेशन बीके सिंह, सीनियर डीएमई बीसी भदर, सीनियर डीईई दिनेश शाह, सीनियर डीएसटीई अजय कुमार, चीफ यार्ड मास्टर आरसी भारती, गिरीश कुमार, एसएन वर्मा, आरके लाल, रमेश चंद एवं पी सरकार आदि मौजूद रहे। लोको पायलट के तबादले को लेकर आक्रोश
सिगरौली में नियुक्त एक सीनियर लोको पायलट के अंतर मंडलीय तबादले का मामला बड़े आक्रोश में बदलते जा रहा है। तबादले को लेकर आल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है। मामले में रेलवे की यूनियनों के बीच चल रही जंग भी खुलकर सामने आ गई है। इस मामले को लेकर रनिग स्टाफ कार्य बहिष्कार के भी मूड में आ गए हैं। देश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले रेल मंडलों में दूसरे नंबर के धनबाद मंडल के रनिग स्टाफ की नाराजगी से यातायात प्रभावित हो सकता है। मामले के संबंध में ओबरा आए धनबाद मंडल के डीआरएम एके मिश्रा ने इसे विभागीय मामला बताते हुए कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। विदित हो कि डीजल लोको पायलट व रनिग स्टाफ एसोसिएशन के पदाधिकारी आरपी मेहता का समस्तीपुर रेल मंडल में तबादला कर दिया गया है। उनके द्वारा धनबाद मंडल के महदेहिया में हजारों लीटर पेट्रोल और डीजल चोरी तथा रेक प्लेशमेंट में करोड़ों रुपये के गबन का मामला उठाया गया था। रनिग स्टाफ एसोसिएशन ने 45 सदस्यों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन डीआरएम को सौंपते हुए इस कार्रवाई को रेलवे स्थापन्न एवं अपील रूल के विपरीत बताया है।