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अधिकारी जनसेवक नहीं, नेताओं के गुलाम हो गए : डॉ. सूर्यप्रताप

सीतापुर : प्रतीक्षारत आइएएस अधिकारी डॉ. सूर्यप्रताप ¨सह ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए अब कानून

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 12:06 AM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 12:06 AM (IST)

सीतापुर : प्रतीक्षारत आइएएस अधिकारी डॉ. सूर्यप्रताप ¨सह ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए अब कानून का राज प्रदेश में समाप्त हो चुका है। प्रदेश में हर रोज औसतन आठ महिलाओं के साथ दुष्कर्म व 11 मर्डर हो रहे हैं। जिनमें मात्र 15 प्रतिशत केस में एफआइआर दर्ज हो रही है। पूरे सरकारी सिस्टम में भू-माफिया, खनन माफिया,नकल माफिया, जातिवाद,परिवारवाद और क्षेत्रवाद का सिक्का चल रहा है। उन्होंने कहा आयोगों की भी भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अधिकारी जनसेवक नहीं, नेताओं के गुलाम हो गए हैं।

आइएएस अधिकारी डॉ. सूर्यप्रताप ¨सह जिले में आदर्श रेशम उत्पादक वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित धरने में शामिल होकर आम लोगों के बीच चौपाल लगाने आए थे। उनका आरोप है कि जिला प्रशासन ने उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का खुलकर विरोध किया। डॉ. ¨सह ने कहा कि उनकी चौपाल में शामिल होने के लिए सैकड़ों ग्रामीण शहर आ रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें शहर से बाहर ही रोककर बैरंग वापस लौटा दिया। धरना स्थल पर माइक भी प्रशासन ने नहीं लगाने दिया। हालांकि वह धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन में शामिल लोगों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन किया। इसके बाद शहर के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में डॉ. सूर्यप्रताप ¨सह ने कहा कि राशन कार्ड और आय, जाति व निवास आदि प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर भी बिना जुगाड़ के कुछ नहीं हो पा रहा है। लखनऊ-दिल्ली मार्ग सीतापुर से बरेली तक बेहद जर्जर हालत में है। सीतापुर शहर की जगह-जगह से सड़कें टूटी हैं। पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। प्रदेश में पांच करोड़ से भी अधिक शिक्षित युवा बेरोजगार हैं। रोजगार के नाम पर वह ठगे जा रहे हैं।


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