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Dumariyaganj Lok Sabha: 25 वर्षों से बसपा में सक्रिय हैं ख्वाजा शमसुद्दीन, सीएम योगी के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव, अब मिला यह इनाम

Dumariyaganj Lok Sabha ख्वाजा शमसुद्दीन मूलत गोरखपुर जिले के गोरखपुर नगर निगम के जाफरा बाजार के रहने वाले हैं। बसपा से लोकसभा का टिकट मिलने के ख्वाजा शमसुद्दीन बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने उनकी 25 वर्ष की सेवा का पुरस्कार दिया है। उन्होंने बताया कि उनकी मेहनत पर भरोसा करके 15 वर्ष पहले उन्हें गोरखपुर में विधानसभा का महासचिव बनाया गया था।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Published: Tue, 16 Apr 2024 01:38 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2024 03:44 PM (IST)
Dumariyaganj Lok Sabha 25 वर्षों से ख्वाजा शमसुद्दीन का पूरा परिवार बसपा से जुड़ा हुआ है।

 जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। Dumariyaganj Lok Sabha पिछले 25 वर्षों से पार्टी की सेवा करते रहे ख्वाजा शमसुद्दीन को बसपा ने इस बार डुमरियागंज लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। वह बसपा में जिला उपाध्यक्ष, विधानसभा महासचिव से लेकर कई पदों पर रह चुके हैं।

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वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में वह गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2019 के डुमरियागंज लोकसभा चुनाव में बसपा की तरफ से यह चुनाव संचालक भी रह चुके हैं।

ख्वाजा शमसुद्दीन मूलत: गोरखपुर जिले के गोरखपुर नगर निगम के जाफरा बाजार के रहने वाले हैं। बसपा से लोकसभा का टिकट मिलने के ख्वाजा शमसुद्दीन बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने उनकी 25 वर्ष की सेवा का पुरस्कार दिया है।

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उन्होंने बताया कि उनकी मेहनत पर भरोसा करके 15 वर्ष पहले उन्हें गोरखपुर में विधानसभा का महासचिव बनाया गया था। उसके बाद वह पार्टी के जिला उपाध्यक्ष बनाए गए। बाद में बसपा की मुस्लिम भाईचारा कमेटी के वह जिलाध्यक्ष बनाए गए। उन्होंने बताया कि 20 वर्ष पहले उन्होंने अपनी माता जी को वार्ड पार्षद का चुनाव लड़या था। उसमें उन्हें दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था। उनके भाई जाफरा बाजार से वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं। उसमें उन्हें तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।

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सिद्धार्थनगर है ख्वाजा की ननिहाल

ख्वाजा बताते हैं कि सिद्धार्थनगर से उनका बेहद पुराना संबंध हैं। जिला मुख्यालय के मुड़िला मोहल्ले में उनकी ननिहाल हैं। यहां पर उनका पुश्तैनी मकान है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में बसपा के टिकट से आफताब आलम चुनाव लड़े थे। उस समय वह बसपा के संचालक थे। उनकी मेहनत के चलते पार्टी चुनाव में दूसरे स्थान पर रही। आफताब को उस समय 386932 मत मिले थे।

ख्वाजा शमसुद्दीन की प्रोफाइल

शिक्षा- इंटरमीडिएट

उम्र- 45 वर्ष

निवासी- जाफरा बाजार नगर निगम गोरखपुर।

-25 वर्षों से पूरा परिवार बसपा से जुड़ा हुआ है।

-पहली बार लड़ रहे हैं लोकसभा का चुनाव


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