UP News: यूपी में सपा नेता पर सरकारी काम में बाधा और अभद्रता का आरोप, पुलिस ने 16 दिन बाद दर्ज की एफआईआर
जानलेवा हमले के आरोपी को पकड़ने में बाधा बने सपा जिलाध्यक्ष समेत 17 लोगों के विरुद्ध सोमवार शाम को प्राथमिकी पंजीकृत की गई। पुलिस का कहना है कि सपा नेता ने सरकारी काम में बाधा और अभद्रता की। प्रकरण की जांच और कई वीडियो में मिले साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की गई है। वहीं 16 दिन बाद प्राथमिकी को सपा जिलाध्यक्ष ने दबाव की राजनीति बताया।
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। जानलेवा हमले के आरोपी को पकड़ने में बाधा बने सपा जिलाध्यक्ष समेत 17 लोगों के विरुद्ध सोमवार शाम को प्राथमिकी पंजीकृत की गई। पुलिस का कहना है कि सपा नेता ने सरकारी काम में बाधा और अभद्रता की। प्रकरण की जांच और कई वीडियो में मिले साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की गई है।
वहीं, 16 दिन बाद प्राथमिकी को सपा जिलाध्यक्ष ने दबाव की राजनीति बताया। कहा कि विपक्ष के नेताओं का मनोबल गिराने के लिए कुछ नेता कार्रवाई करा रहे हैं। हम घबराएंगे नहीं, जनहित में हमेशा आवाज उठाते रहेंगे।
यह है मामला
घटनाक्रम महमंद जलालनगर मुहल्ला में हुआ था। यहां रहने वाले राकेश यादव ने 18 मई को शोएब, सुहेल, फैजान, जीशान, तसलीम आदि पर जानलेवा हमले की धारा में प्राथमिकी पंजीकृत कराई थी।
25 मई की रात पुलिस नौ नामजद आरोपियों में शामिल फैजाने के घर पहुंची तो हंगामा कर दिया गया। आरोपी के पक्ष में सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां भी कई नेताओं के साथ पहुंचे। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर दीवार कूदकर घर में घुसने का आरोप लगाते हुए नोकझोंक की।
सोमवार को दारोगा दिनेश कुमार ने प्राथमिकी में उल्लेख किया कि 25 मई को शहर में धारा 144 लगी थी। इसके बावजूद सपा जिलाध्यक्ष पांच से अधिक लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपी के घर दबिश देने वाली टीम से नोकझोंक, अभद्रता की। इस कारण पुलिस टीम को बिना कार्रवाई वापस लौटना पड़ा था।
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