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बढ़ती जनसंख्या से विकास कार्यक्रम पड़े छोटे

By Edited By: Published: Tue, 22 Jul 2014 01:23 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jul 2014 01:23 AM (IST)

शाहजहांपुर : विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को धर्मगुरु सम्मेलन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत एवं संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी डा.राम मनोहर मिश्र ने कहा कि देश की जनसंख्या इतनी बढ़ती जा रही है कि विकास कार्यक्रम छोटे होते जा रहे हैं।

सीडीओ ने कहा कि आर्थिक कमी शक्ति प्रदर्शन और अंध विश्वास जनसंख्या बढ़ोत्तरी के कारण रहे हैं। शिक्षा और चिकित्सा की कमी से लोगों में जानकारी का अभाव था। देश में अब पहले जैसी स्थिति नहीं है। शासन की ओर से जनसंख्या बढ़ोत्तरी रोकने की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं,जिससे लोग लाभांवित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब लोगों में यह सोच पैदा होगी कि जमीन, जायदाद, घर में बड़ा परिवार होने पर बंटवारा होगा और उन्हें थोड़ा सा हिस्सा मिलेगा तो वह स्वयं जनसंख्या नियंत्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि शासन की जनसंख्या नियंत्रित योजनाओं का लाभ नागरिकों को उठाना चाहिए। आशा बहुएं व स्वास्थ्य कार्यकत्री जनसंख्या नियंत्रण में विशेष भूमिका का निर्वहन कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। प्राकृतिक संसाधन भी कम हो रहे हैं। अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिवपूजन ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण तभी होगी जब हर परिवार स्वयं सोचे कि छोटे परिवार से क्या लाभ है। उन्होंने कहा कि गांव में लोग आज भी अनभिज्ञ हैं और परिवार बढ़ाते जा रहे हैं। लोगों को जनसंख्या वृद्धि से होने वाले नुकसान को बताया जाए। प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डा. दिनेश कुमार सोनकर ने कहा कि शासन की ओर से 24 जुलाई तक जनसंख्या पखवाड़ा के तहत कार्यशाला, स्वास्थ्य मेला, बैनर, पोस्टर, पम्पलेट, नुक्कड़ नाटक व जागरूकता रैली के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुरुषों के साथ महिलाओं को भी जाग्रत किया जाए। चिकित्सकों को निर्देश दिए कि ग्रामवार लक्ष्य दंपत्तियों को देखरेख में एएनएम, आशा बहुएं व आंगनबाड़ी कार्यकत्री की ओर से सूचीबद्ध कराकर मानीटरिंग करना सुनिश्चित करें। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. हिमांशु शेखर ने जनसंख्या एवं परिवार कल्याण की कार्ययोजना व गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2001 से 2011 के बीच 18 फीसदी जिले की जनसंख्या बढ़ी है। 1991 एवं 2001 के बीच बढ़ोत्तरी 27.94 फीसदी थी।

इस मौके पर गायत्री शक्तिपीठ के विद्याधर मिश्र, जिला पंचायत राज अधिकारी चंद्रिका प्रसाद, आफताब अख्तर, अवधेश मिश्र, डा. सर्वेश कुमार गर्ग, डा.लक्ष्मण सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी रामबेटी वर्मा, डा. एसी कौशल, नीमा अध्यक्ष डा. विजय जौहरी, गाइड कैप्टन दपिंदर कौर, स्काउट मास्टर निकहत परवीन, डा.नरेंद्र कुमार, पीके वाजपेयी, पंकज मिश्र, पुष्पराज गौतम, डा.एसपी मौर्या, सतीश चंद्र गुप्ता, राजीव कृष्ण अग्रवाल, डा. ओरी लाल मौजूद थे। संचालन जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश कुमार भटनागर ने किया।


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