Hunger strike: भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का जेल के भीतर से लेकर बाहर तक अनशन
शब्बीरपुर जातीय हिंसा में चंद्रशेखर उर्फ रावण पर लगी रासुका हटवाने के लिए भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जेल के भीतर और बाहर नारेबाजी और भूख हड़ताल की।
सहारनपुर (जेएनएन)। शब्बीरपुर जातीय हिंसा मामले में चंद्रशेखर उर्फ रावण समेत तीन पर लगी रासुका हटवाने के लिए गुरुवार दोपहर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। दूसरी ओर रासुका हटवाने की मांग को लेकर जिला जेल में कैद भीम आर्मी के दो पदाधिकारियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। शब्बीरपुर गांव में आज दूसरे दिन भी भूख हड़ताल जारी रही।
गुरुवार दोपहर भीम आर्मी नगर अध्यक्ष प्रवीण गौतम के नेतृत्व में कार्यकर्ता मंडलायुक्त दफ्तर के बाहर पहुंचे और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। चेतावनी दी कि दो दिसंबर तक पुलिस-प्रशासन ने रासुका हटाने की कार्रवाई नहीं तो दलित समाज धरना-प्रदर्शन करेगा। भीम आर्मी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल को सौंपा।
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दूसरी ओर चंद्रशेखर उर्फ रावण, शिव कुमार व सोनू पर लगी रासुका हटवाने की मांग को लेकर गुरुवार सुबह से जिला जेल में कैद भीम आर्मी जिलाध्यक्ष कमल वालिया व राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नौटियाल ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो जेलर जेलर ने उन्हें मनाने का प्रयास भी किया, लेकिन वे अड़े हुए हैं। हालांकि वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. विरेशराज शर्मा ने भूख हड़ताल से इन्कार किया है।
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उधर रासुका के विरोध में शब्बीरपुर गांव भूख हड़ताल गुरुवार को भी जारी रही। भीम आर्मी एकता मिशन के बैनर तले रविदास मंदिर में भूख हड़ताल चल रही है। भूख हड़ताल पर बैठी प्रधान शिव कुमार की पत्नी सोमपाली की शाम साढ़े पांच बजे तबीयत बिगड़ गई। एसडीएम राकेश कुमार गुप्ता तथा सीओ देवबंद मौके पर पहुंचे, मगर परिजनों ने अफसरों से बात करने से मना कर दिया। सोमपाल के परिजन स्वयं ही उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका इलाज कराया जा रहा है।
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