सस्ते दामों पर गेहूं बेचने को किसान मजबूर
चिलकाना : प्रदेश सरकार की सजगता के चलते क्षेत्र के सात गेंहू क्रय केंद्रों पर 24 अप्रैल तक कुल 12311
चिलकाना : प्रदेश सरकार की सजगता के चलते क्षेत्र के सात गेंहू क्रय केंद्रों पर 24 अप्रैल तक कुल 12311 कुंतल गेहूं की सरकारी खरीद की जा चुकी, लेकिन बैंकों की ढुलमुल नीति के कारण किसानों को पैसा कई कई दिन बाद मिलने से किसान सस्ते दामों पर व्यापारियों या हरियाणा की मंडी में गेंहू बेचने पर मजबूर हो रहे हैं।
योगी सरकार द्वारा गेहूं खरीद केंद्र पर गेहूं तौलने के बाद दो दिन के भीतर किसान के खाते में पैसा भेजने के निर्देश दिए हैं, मगर बैंकों की मनमानी के चलने बैंक काम का बोझ दिखा कर चार पांच दिन से पहले किसान के खाते में पैसा नहीं डाल रहे, जिससे जरूरतमंद किसान अब पैसा नकद लेने के चक्कर में 16 सौ रुपये व्यापारियों को या फिर हरियाणा की मंडियों में गेहूं बेचने को मजबूर हो रहे हैं।
प्रगतिशील किसान कृष्ण पाल ¨सह अहसान अहमद प्रमोद कुमार आदि ने आरोप लगाया कि किसानों को पैसे के लिए चक्कर काटने पड़ रहे है उधर सरकार द्वारा किसानों से प्रति हेक्टेयर केवल 42 कुंतल ही गेहूं की खरीद किये जाने के निर्णय से इस बार दो नंबर वाले व्यापारियों की दाल नहीं गलती दिख रही है।
चिलकाना में पीसीएफ द्वारा संचालित सात गेहूं खरीद केंद्रों पर 24 अप्रैल तक कुल 12311 कुंतल गेहूं ही खरीदा जा सका, जिसमें सहकारी समिति पटनी पर 2970 कुंतल दास्सामाजरा समिति पर 2018 कुन्तल दुमझेड़ा समिति पर मात्र 700 कुन्तल आल्हनपुर समिति पर 725 कुन्तल बुढ्डाखेड़ा समिति पर 2959 कुन्तल चिलकाना समिति पर 2596 कुन्तल तथा रघुनाथपुर समिति पर अभी तक मात्र 343 कुन्तल गेहूं की ही खरीद की जा चुकी है। क्षेत्र के अनेक किसानों सत्यपाल ¨सह मामचंद आर्य सुखबीर ¨सह जयपाल ¨सह मतलूब हसन मौ. नसीम, इकबाल अहमद, गालिब हसन आदि ने गेहूं खरीद का पैसा अगले दिन शाम तक किसानों के खातों में ट्रांसफर कराने की मांग की है, जिससे की किसानों की जरूरत समय पर पूरी हो सके।