UP की इन दो सीटों से किस चेहरे पर दांव लगाएगी BJP! यहां से Lok Sabha Election लड़ सकते हैं डिप्टी CM; बड़े बदलाव के चर्चे
राजनीति के जानकारों का कहना है कि सपा ने गठबंधन धर्म निभाते हुए इलाहाबाद संसदीय सीट कांग्रेस को दिया है। ऐसे में सपा से उज्ज्वल के चुनाव लड़ने की तमाम संभावनाओं को झटका लगा है। जानकारों का कहना है कि उज्ज्वल के पिता रेवती रमण सिंह आठ बार के विधायक व दो बार के सांसद रहे। यह घराना 1974 से राजनीति में है।
अमलेंदु त्रिपाठी, प्रयागराज। Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। कुछ लोग भाजपा के साथ आ रहे हैं तो कुछ दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं। प्रयागराज में अब तक भाजपा ने फूलपुर और इलाहाबाद संसदीय सीट से उम्मीदवार का नाम नहीं घोषित किया है।
इसी बीच लखनऊ में आयोजित एक समारोह में प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना व सपा सरकार में मंत्री रहे उज्ज्वल रमण सिंह की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई तो कयासों का बाजार गर्म हो गया। जिले की दाेनों सीटों पर भाजपा किसे उतार रही है? क्या यहां भी बड़े राजनीतिक लड़ैया पाला बदल सकते हैं? जैसे प्रश्न लोग पूछने लगे हैं।
लखनऊ में पूर्व डीजीपी व राज्यसभा सदस्य बृजलाल की पुस्तक का विमाेचन कार्यक्रम हुआ। इसमें संसदीय कार्यमंत्री के साथ करछना विधानसभा से विधायक रहे पूर्व मंत्री रहे उज्ज्वल रमण सिंह मौजूद थे।
सप्ताहभर पूर्व नेशनल पीजी कालेज लखनऊ में आयोजित समारोह में उज्ज्वल व उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की तस्वीरें सामने आई थीं। राज्यसभा में जब सपा विधायक पूजा पाल सहित कुछ नेताओं ने क्रास वोटिंग की तो बड़े बदलाव की चर्चा होने लगी थी। राजनीति के जानकारों का कहना है कि सपा ने गठबंधन धर्म निभाते हुए इलाहाबाद संसदीय सीट कांग्रेस को दिया है। ऐसे में सपा से उज्ज्वल के चुनाव लड़ने की तमाम संभावनाओं को झटका लगा है।
जानकारों का कहना है कि उज्ज्वल के पिता रेवती रमण सिंह आठ बार के विधायक व दो बार के सांसद रहे। यह घराना 1974 से राजनीति में है। अब यदि उनके चुनाव मैदान में उतरने के रास्ते बंद होंगे तो वह नया रास्ता जरूर तलाश करेंगे। हालांकि उज्ज्वल ने पूर्व में कांग्रेस और भाजपा के साथ जाने की संभावनाओं को नकार दिया था।
रेवती रमण के सभी करीबी ब्लाक प्रमुख आ चुके हैं भाजपा के साथ
पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह के सभी करीबी ब्लाक प्रमुख व नगर पंचायत अध्यक्ष करीब एक माह पूर्व लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। यमुनापार में कुल चार नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ नौ ब्लाक प्रमुख हैं। इनमें अधिकांश सपा के थे लेकिन अब वे भाजपाई बन चुके हैं। फिलहाल भाजपा ने चुप्पी साध रखी हे। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जब प्रयागराज का दौरा किया तो रेवती रमण के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि कोई मतभेद नहीं है। यदि होगा तो वह साथ बैठेंगे और उन्हें मना लेंगे।
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