घाटे की ट्रेनों में शामिल कर दी मुनाफे की पद्मावत
जासं, प्रतापगढ़ : रेल विभाग ने प्रतापगढ़ से रद की गई पद्मावत एक्सप्रेस को देश की उन 131 ट्रेनों
जासं, प्रतापगढ़ : रेल विभाग ने प्रतापगढ़ से रद की गई पद्मावत एक्सप्रेस को देश की उन 131 ट्रेनों में शुमार किया है जो घाटे में चल रही हैं। शायद यही वजह है कि कोहरे के नाम पर यह ट्रेन करीब तीन माह के लिए रद की गई है, जबकि असल में पद्मावत रेलवे के लिए घाटे नहीं फायदे का सौदा है। ट्रेन का रिजर्वेशन रिकार्ड इसका गवाह है। बीते साल यह ट्रेन केवल पांच दिन के लिए ही बंद हुई थी।
पद्मावत एक्सप्रेस प्रतापगढ़ की बहुउपयोगी ट्रेन है। यह सस्ती व शाम के समय चलने से सबके लिए सुविधाजनक भी है। इसे एक दिसंबर से विभाग ने रद कर रखा है। महकमा तो इसे कोहरे के कारण रद करना बता रहा है, पर जो बात छनकर आ रही है उसमें यह है कि पूरे देश की 131 ट्रेनों को घाटे की ट्रेन बताकर रद किया गया है। इसमें पद्मावत को भी रखा गया है, जबकि इस ट्रेन के चलने से हर दिन विभाग को पांच से छह लाख रुपये मिलते थे। इसके रद होने से इतना चूना उसे लग रहा है। इसे बहाल करने को अब तक जनप्रतिनिधियों के स्तर से कोई ठोस प्रयास नजर नहीं आए। यही गाड़ी 2016 में भी दिसंबर में रद की गई थी। सांसद कुवर हरिवंश ¨सह के प्रयास से महज पांच दिन में ही पुन: चल भी गई थी, पर इस बार तो 21 दिन बीतने को हैं, सांसद ने क्या प्रयास किया पता नहीं चल पा रहा।
अधीक्षक ने भेजी डीआरएम को रिपोर्ट
पद्मावत एक्सप्रेस के न चलने से लोगों की समस्या बनी हुई है। हर दिन कोई न कोई संगठन विभाग को ज्ञापन दे रहा है। इस बारे में स्टेशन अधीक्षक त्रिभुवन मिश्र डीआरएम को रिपोर्ट भेज रहे हैं। साथ ही उन्होंने विभाग को यह रिपोर्ट भी भेजी है कि पद्मावत घाटे की ट्रेन नहीं है। इसकी कोई बर्थ खाली नहीं जाती, वे¨टग रहती है सो अलग।
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लायर्स यूनियन ने उठाई ट्रेन बहाली की मांग
-फोटो 21 पीआरटी 15-
प्रतापगढ़ से चलने वाली पद्मावत एक्सप्रेस के न चलने से हो रही समस्या को लेकर आल इंडिया लायर्स यूनियन ने गुरुवार को आवाज बुलंद की। अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर त्रिपाठी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने स्टेशन अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और ट्रेन को पुन: चलवाने की मांग की। अध्यक्ष रमाशंकर त्रिपाठी ने कहा कि पद्मावत एक्सप्रेस का बहाल न होना यह साबित करता है कि जिले के सांसदों, विधायकों ने जनता के दर्द से मुंह मोड़ लिया है। इस मौके पर लाल बहादुर तिवारी, नवीन त्रिपाठी, विकास पांडेय, अनिल शुक्ला, त्रिभुवन वर्मा आदि मौजूद रहे। अधीक्षक ने कहा कि वह ज्ञापन को डीआरएम के पास भेज देंगे।