नोएडा : दो सप्ताह बाद भी नहीं पकड़े जा सके मासूम के हत्यारे
मूलरूप से छतरपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले राम सुहावन का परिवार सर्फाबाद गांव में किराये पर कमरा लेकर रहता है। वह मजदूरी करते हैं। 11 अक्टूबर की शाम के समय उनका छोटा बेटा पप्पू (10) घर से संदिग्ध हालत में लापता हो गया।
नोएडा, जेएनएन। कोतवाली सेक्टर-49 क्षेत्र के सर्फाबाद गांव से 10 वर्षीय बच्चे की अपहरण कर हुई हत्या को दो सप्ताह बीत गए, लेकिन प्रदेश की हाइटेक पुलिस अब तक इस केस का पर्दाफाश नहीं कर सकी। जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें काम कर रही है। अब तक 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर चुकी है। कई एंगल पर पुलिस ने इस मामले में छानबीन की, लेकिन कोई ऐसा सुराग नहीं मिला जिससे पुलिस हमलावरों की पहचान कर पकड़ सके।
11 अक्टूबर को सर्फाबाद स्थित घर लापता हुआ था मासूम
मूलरूप से छतरपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले राम सुहावन का परिवार सर्फाबाद गांव में किराये पर कमरा लेकर रहता है। वह मजदूरी करते हैं। 11 अक्टूबर की शाम के समय उनका छोटा बेटा पप्पू (10) घर से संदिग्ध हालत में लापता हो गया। स्वजन ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं लग सका था। स्वजन ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने भी गंभीरता से नहीं लिया। कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस ने मासूम बच्चे के लापता होने के मामले में पांच दिन बाद 16 अक्टूबर को एफआइआर दर्ज किया। आरोप है कि एफआइआर दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच नहीं की।
18 अक्टूबर को घर के पास निर्माणाधीन बिल्डिंग से मिला था बच्चे का शव
घर से कुछ ही दूरी पर 18 अक्टूबर की सुबह बच्चे का शव एक निर्माणाधीन बिल्डिंग के अंदर से बरामद हुआ था। शव के उपर ईंट रखकर उसे छुपाने की कोशिश की थी। शव काफी सड़ी-गली अवस्था में था। सड़ी गली अवस्था में शव होने की वजह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था, लेकिन प्राथमिक जांच के आधार पर कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस ने इस मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी।
नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि सर्फाबाद गांव में 10 वर्षीय बच्चे की हुई हत्या मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें काम कर रही है। घर के आस-पास के क्षेत्र को देखा गया लेकिन किसी ऐसे जगह पर सीसीटीवरी कैमरा नहीं मिला जिसमें बच्चे से जुड़ी गतिविधि कैद हुई हो। मोबाइल सर्विलांस से इस प्रकरण में कोई सहारा नहीं मिला। संदेह के आधार पर काफी लोगों से पूछताछ की गई है। कई एंगल पर इस मामले में जांच चल रही है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द केस का पर्दाफाश हो सके।
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