Noida: एनिमल शेल्टर होम से गायब हो गए पुलिस के जमा कराए 110 बकरे, बेचने के बाद मैनेजर बोला- मर गए सभी
Noida Animal Shelter Home सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस से जुड़ा एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पुलिस की ओर से जमा कराए गए 110 बकरे और बकरियां गायब हैं। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने एनिमल शेल्टर हाउस के मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
नोएडा, जागरण संवाददाता। सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस से जुड़ा एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। पुलिस की ओर से जमा कराए गए 110 बकरे और बकरियां गायब हैं। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने एनिमल शेल्टर हाउस के मैनेजर के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।
जिन बकरे और बकरियों के गायब होने के मामले में मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उन्हें 2021 में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत पकड़ा गया था। जिला न्यायालय ने जब बकरे और बकरियों को उसके मालिक के सुपुर्द करने का आदेश दिया तो सामने आया कि संबंधित पशुओं की मौत हो गई है।
पिकअप वाहन से बरामद हुए बकरे-बकरियां
बकरे और बकरियों की मौत हुई है या एनिमल शेल्टर हाउस का मैनेजर इसे मालिकों के सुपुर्द करना नहीं चाहता है, पुलिस इसकी जांच कर रही है। एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि बीते साल जून में कोतवाली पुलिस ने एक पिकअप पकड़ी थी, जिसमें 110 बकरे और बकरियां ठूस ठूस कर भरी थीं।
कोर्ट ने एनिमल शेल्टर होम भेजा
ओरैया के संतोष पिकअप को चला रहे थे, ऐसे में पुलिस ने उसके खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया और कोर्ट में पेश किया। पिकअप से बरामद बकरे और बकरियों को सेक्टर-94 स्थित एनिमल शेल्टर हाउस भेजा गया। यहीं पर पशुओं की देखभाल हो रही थी। मामला न्यायालय में विचाराधीन था। अब कोर्ट ने कोतवाली पुलिस को आदेश दिया है कि मामले से संबंधित बकरे और बकरियों को उनके मालिकों के सुपुर्द किया जाए।
मैनेजर बोला- सभी की मौत हो गई
न्यायालय के आदेश के तहत जब कोतवाली पुलिस ने शेल्टर हाउस के मैनेजर योगेंद्र से संपर्क किया तो उसने बकरे लौटाने से मना कर दिया। मैनेजर का कहना है सभी बकरों की मौत हो चुकी है, ऐसे में उसे वापस कर पाना संभव नहीं है। जांच में सामने आया है बकरे और बकरियों को बेच दिया गया है।
ये भी पढ़ें- गाजियाबाद में खतरनाक पालतू कुत्तों का जल्द कराएं रजिस्ट्रेशन, नहीं तो हर 3 दिन बाद देने पड़ेंगे 5000 रुपये
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
उसे मालिकों को वापस न करना पड़े, इसके लिए पशुओं के मौत होने की कहानी रची गई है। न्यायालय का आदेश है कि बकरों को उसके मालिक के सुपुर्द किया जाए। बकरों की बरामदगी के लिए पुलिस ने शेल्टर होम के मैनेजर योगेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर यह मामला चर्चा का विषय बना रहा।
ये भी पढ़ें- Gurugram: अगर आपने कुत्ते का नहीं कराया रजिस्ट्रेशन तो हो सकती है कार्रवाई, निगमकर्मी भेज देंगे शेल्टर होम