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एक्सप्रेस वे पर कार बनी आग का गोला, इंजीनियर की मौत

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर रविवार की रात तेज रफ्तार सेंट्रो

By Edited By: Published: Tue, 06 Dec 2016 12:59 AM (IST)Updated: Tue, 06 Dec 2016 12:59 AM (IST)

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर रविवार की रात तेज रफ्तार सेंट्रो कार यमुना सारथी बस में पीछे से टकरा गई। टक्कर लगते ही बस की सीएनजी किट फट गई और विस्फोट होने के साथ ही कार को भीषण आग की चपेट में ले लिया। कार चला रहे सिविल इंजीनियर दीपक उपाध्याय सीट और स्टिय¨रग के बीच फंस गए। देखते ही देखते आग ने उन्हें भी लपेटे में ले लिया। कुछ ही क्षण में उनकी मौत हो गई। कार की पिछली सीट पर बैठे उनके भाई पवन उपाध्याय ने कूद कर अपनी जान बचाई। कार में सीएनजी किट नहीं थी। पेट्रोल कार में इतना जबरदस्त विस्फोट हुआ कि दमकल की गाड़ी ने एक्सप्रेस वे की दूसरी तरफ से कार पर पानी डाला।

मूलरूप से अंबेडकर नगर के गांव सिद्धिपुर के रहने वाले दीपक उपाध्याय (28) ग्रेटर नोएडा के डेल्टा एक सेक्टर के मकान नंबर 404 में अपने परिवार के साथ किराए पर रहते थे। वह नोएडा के सेक्टर 150 स्थित ऐस कंपनी में सिविल इंजीनियर थे। दीपक ने ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज से ही सिविल इंजीनिय¨रग में बीटेक किया था। रोज की तरह रविवार रात साढ़े नौ बजे वह अपने ऑफिस से सेंट्रो कार से घर के लिए निकले। रास्ते में उनका भाई पवन उपाध्याय भी मिल गया। पवन निजी काम से नोएडा गया था। वहां से वापस आ रहा था। दोनों भाई नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के रास्ते अपने घर आ रहे थे। एक्सप्रेस वे जीरो प्वाइंट के समीप नॉलेज पार्क कोतवाली क्षेत्र में यमुना सारथी बस चालक ने तेज रफ्तार में अचानक ब्रेक मार दिया। अचानक ब्रेक लगने से पीछे से आ रहे दीपक कार से नियंत्रण खो बैठे और बस में पीछे से कार जा घुसी। दीपक स्टिय¨रग व सीट के बीच फंस गए और अंदर ही आग में झुलसने से उनकी मौत हो गई। दीपक के शरीर के कुछ अवशेष सड़क पर बिखरे दिखे।

तीन साल का है बेटा

दीपक की शादी पांच साल पहले हुई थी। उनका तीन साल का बेटा रुद्र है। सोमवार सुबह आस-पड़ोस के लोगों का तांता दीपक के घर पर लगा रहा। अपने पिता की मौत से अंजान मासूम रुद्र यह नहीं समझ पा रहा था कि आखिर लोगों की भीड़ उसके घर क्यों आ रही है।

नहीं लगवाई थी सीएनजी

दीपक अक्सर अपने घरवालों से कहा करते थे कि सीएनजी कार कभी भी आग का गोला बन सकती है। इस वजह से अपनी कार में सीएनजी नहीं लगवाई थी।

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सवारी ने कहा, कुछ और

बस में सवार एक सवारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बस चालक ने इस वजह से ब्रेक लगाए थे, क्योंकि सवारियों ने कहा था कि बस के पिछले हिस्से में आग लग गई है। हालांकि पुलिस इस बात को मानने से इन्कार कर रही है।

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इंजीनियर दीपक के भाई पवन ने अज्ञात बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बस चालक ने अचानक ब्रेक लगाए थे, इस वजह से यह हादसा हुआ है। आशंका है कि बस में टक्कर लगने के बाद इंजीनियर सीट व स्टिय¨रग के बीच में फंस गए हों और बाहर नहीं निकल पाए।

-मनीष शर्मा, नॉलेज पार्क कोतवाली प्रभारी।


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