पत्नियां हैं सफाई कर्मी, देवर और पति कर रहे थे ड्यूटी, अमरोहा में पकड़ा गया मामला
कोई महिला ग्राम प्रधान चुनी गई हो तो आपने उसके पति को प्रधानी करते हुए जरूर देखा और सुना होगा लेकिन यहां तो मामला ही अलग है। अमरोहा में सफाई कर्मी पत्नियों की जगह पति और देवर सफाई का कार्य करते हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। कोई महिला ग्राम प्रधान चुनी गई हो तो आपने उसके पति को प्रधानी करते हुए जरूर देखा और सुना होगा लेकिन यहां तो मामला ही अलग है। अमरोहा में सफाई कर्मी पत्नियों की जगह पति और देवर सफाई का कार्य करते हैं। कई महीनों से ऐसा ही चल रहा था। मामला पकड़ में आया तो अफसर भी हैरान रह गए।
पत्नियां गांव में सफाई कर्मी हैं लेकिन, उनकी जगह यह काम पति और देवर करते हैं। इसका पर्दाफाश ग्रामीणों ने तब किया जब एडीओ पंचायत विमल कुमार गांव में निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। तीनों महिला सफाई कर्मी गैरहाजिर मिलीं। दूसरे गांव में भी कर्मी मौजूद नहीं मिला। मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तीनों महिला कर्मचारियों समेत चार के खिलाफ निलंबन की संस्तुति कर डीपीआरओ को रिपोर्ट भेजी है। दरअसल एडीओ गांव में साफ-सफाई का निरीक्षण करने के लिए निकले थे। वह गांव दाऊद सराय पहुंचे तो यहां तैनात सफाई कर्मी सुनीता पत्नी रूपचंद, अरुणा पत्नी सत्यप्रकाश व अरुणा पत्नी शंकर सिंह अनुपस्थित पाई गईं। यहां नालियों में कीचड़ भरी थी। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि महिला सफाई कर्मचारियों के स्थान पर उनके पति व देवर कभी-कभी गांव में आकर एक या दो घंटे सफाई कर चले जाते हैं। इसको उन्होंने संजीदगी से लिया और तीनों के निलंबन की संस्तुति कर डीपीआरओ को रिपोर्ट भेज दी। इसके बाद वह शेखूपुर इम्मा गांव में पहुंच गए। यहां भी निरीक्षण के दौरान सफाई कर्मी संतराम गैर हाजिर मिला। नालियों में कूड़ा भरा था और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे पाए। ग्रामीणों ने बताया कि सफाई कर्मी कभी कभार आते हैं और घूमकर चले जाते हैं। इस पर उन्होंने संबंधित पंचायत के कर्मी के खिलाफ भी निलंबित करने की संस्तुति की है। लोगों का कहना है केवल अमरोहा ही नहीं जांच कराई जाए तो अन्य जिलों में भी इस तरह के मामले सामने आ सकते हैं।