पब्लिक स्कूल की तरह चमकेंगे प्राथमिक विद्यालय
प्राथमिक विद्यालयों की दशा सुधारने को उठाया कदम
मुरादाबाद: प्राथमिक विद्यालयों की दुर्दशा को सुधारने के लिए जिलाधिकारी ने विशेष कदम उठाया है। उनके इस कदम से सरकार का बजट भी नहीं खर्च होगा और विद्यालयों की स्थिति भी बेहतर हो जाएगी। पब्लिक स्कूलों की तरह की बहुत जल्द प्राथमिक विद्यालय भी चमकते हुए नजर आएंगे। एक निजी कंपनी अपने जनहित फंड से स्कूलों में टॉयलेट,ब्लैक बोर्ड,वाटर कूलर के साथ ही पंखे लगाने का काम करेगी। प्राथमिक विद्यालयों में अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा। बीते वर्ष इसके लिए सौ प्राथमिक विद्यालयों का चयन कर सूची संबंधित कंपनी के अधिकारियों के पास भेजी गई थी। लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग एक वर्ष का समय लग गया। कंपनी के विशेष अनुरोध पर अफसरों ने यह सूची भेजी थी। जिसमें अब शहरी क्षेत्र के आसपास के पचास स्कूलों का चयन कर लिया गया है। इन पचास स्कूलों में जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिससे अब कुछ दिनों बाद प्राथमिक विद्यालयों का भी स्वरूप बदला हुआ नजर आएगा।
सीएसआर फंड से होगा निर्माण कार्य
-देश में जिस भी कंपनी का दस हजार करोड़ रुपये का सालाना टर्न ओवर होता है,इसके साथ ही एक हजार करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा होने पर सामाजिक कार्यो में मुनाफे का दो प्रतिशत खर्च करना पड़ता है। इसे कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसबिल्टी फंड के नाम जाना जाता है। देश की गेल इंडिया कंपनी अपने इसी फंड से बदहाल प्राथमिक विद्यालयों की सूरत बदलने का काम करेगी।
एक निजी कंपनी कार्य करेगी
-जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि प्राथमिक विद्यालयों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए एक निजी कंपनी अपने स्तर से काम करेगी। यह कंपनी सीएसआर फंड से पचास विद्यालयों में टॉयलेट और पीने के पानी की व्यवस्था को बेहतर करने का काम करेगी। अगले 15 दिनों में यह कार्य शुरू हो जाएगा।