Indian Railways : छोटे रेलवे स्टेशनों पर एजेंट बेचेंगे जनरल टिकट, स्थानीय लोगों को मिलेगी वरीयता
जिस स्टेशन पर साल भर में साठ लाख रुपये की टिकट की बिक्री होता है उस स्टेशन को डी श्रेणी का स्टेशन माना जाता है। यहां स्टेशन मास्टर ही टिकट बिक्री करते हैं। ए से सी श्रेणी के स्टेशन पर टिकट की बिक्री के लिए बुकिंग क्लर्क तैनात हैं।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। रेलवे अपने छोटे स्टेशनों पर फिर से एजेंट के माध्यम से टिकट की बिक्री कराने जा रहा है। इसमें ई और डी श्रेणी के स्टेशनों पर कर्मचारी के स्थान पर कमीशन आधारित एजेंट रखे जाएंगे। इसके लिए रेलवे स्थानीय युवक को वरीयता देगा।
कर्मचारियों की कमी के चलते छोटे स्टेशनों पर टिकट बिक्री में परेशानी आ रही है। फिलहाल मुरादाबाद रेल मंडल में 110 ई श्रेणी और 28 डी श्रेणी के रेलवे स्टेशन हैं। 50 स्टेशन ए से लेकर सी श्रेणी के स्टेशन हैं। ई व डी श्रेणी के स्टेशनों पर ट्रेन आने से आधा घंटे पहले बुकिंग काउंटर खुलता है और ट्रेन चलने से दस मिनट पहले बंद कर दिया जाता है। इस कारण भी यात्रियों को टिकट लेने में परेशानी होती है। इधर, रेलवे बोर्ड ने पैसेंजर ट्रेन चलाने की घोषणा के बाद ई व डी श्रेणी के स्टेशनों टिकट बुकिंग एजेंट (एसटीबीए) रखने का आदेश दिया है। यानी ई व डी श्रेणी के स्टेशन पर जनरल टिकट बिक्री अब एजेंट ही करेंगे। एजेंट को मामूली मानदेय के साथ कमीशन भी दिया जाएगा। इस व्यवस्था के बाद महानगर के कटघर, हरथला जैसे स्टेशनों पर जनरल टिकट मिलना शुरू हो जाएगा। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि टिकट बुकिंग एजेंट रखने के आदेश दिया है। यात्रियों को असुविधा नहीं होगी। रेलवे स्टेशन के नजदीक जनरल टिकट बुकिंग सर्विस (जेटीबीएस) की व्यवस्था की गई है। जेटीबीएस चलाने वालों को अपना स्थान, कम्प्यूटर व इंटरनेट की व्यवस्था स्वयं करनी होती है। वे एक टिकट पर यात्री से दो रुपये अतिरिक्त लेते हैं।