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श्वेत क्रांति संग किसानों की आय दोगुनी करने में मददगार सूडान चरी

जागरण संवाददाता मीरजापुर श्वेत क्रांति संग किसानों की आय दोगुनी करने में सूडान चरी काफी मददगार साबित होगा। दुधारू पशु के लिए सूडान चरी पोषण से परिपूर्ण होता है। एक बार सुडान चरी बोने के बाद प्रति वर्ष बीज संग चारा मिलता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 12:44 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 12:44 AM (IST)
श्वेत क्रांति संग किसानों की आय दोगुनी करने में मददगार सूडान चरी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : श्वेत क्रांति संग किसानों की आय दोगुनी करने में सूडान चरी काफी मददगार साबित होगा। दुधारू पशु के लिए सूडान चरी पोषण से परिपूर्ण होता है। एक बार सुडान चरी बोने के बाद प्रति वर्ष बीज संग चारा मिलता है।

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जनपद में श्वेत क्रांति को बढ़ावा देने की कवायद चल रही है। दुधारू पशुओं के पोषण के लिए सूडान चरी के बीज का निश्शुल्क बंदोबस्त किया जा रहा है। इससे बड़ी बात बरसीम की भांति प्रति वर्ष चारा मिलता रहेगा। दुधारू पशुओं के चारे की समस्या को देखते हुए कल्याणकारी योजना किसानों के हित में चलायी जा रही है। योजना से एक बार सुडान चरी बोने के बाद प्रति वर्ष उसका बीज व बुआई के बाद चारे का लाभ मिलता रहेगा। सूडान चारा दुधारू पशु के लिए पोषण से परिपूर्ण है। कुछ समय बाद सूडान का बीज सरलता से सभी जरूरतमंदों को उपलब्ध होने लगेगा। बरकछा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र से प्रयोग के तौर पर किसानों को सूडान चरी का बीज मुहैया कराया जाएगा। वर्शन

सूडान घास एक वर्षीय पौष्टिक चारे की फसल है। इसमें 27.03 फीसद रेशा, 0.46 फीसद कैल्शियम, 0.49 फीसद फास्फोरस, 1.95 फीसद नाइट्रोजन रहित निष्कर्षनीय भाग होता है। इसमें राख का 10.85 फीसद भाग पाया जाता है, जो पशुओं के स्वास्थ्य के लाभदायक होता है। इसका साइलेस भी बनाया जाता है। घास को वसंत ऋतु या गर्मी में उगाया जाता है।

- डा. अशोक उपाध्याय, उप कृषि निदेशक, मीरजापुर। वर्शन

सूडान बीज सीमित मात्रा में होने के चलते किसानों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर वितरण किया जाएगा। पशु चारे की समस्या दूर होने से श्वेत क्रांति को बढ़ावा मिलेगा। चयनित किसानों को बुआई के अनुरूप निश्शुल्क वितरित किया जाएगा।

- डा. श्रीराम सिंह, कृषि विज्ञान केंद्र, बरकछा, मीरजापुर।


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