महिला अधिकारी के साथ यौन उत्पीड़न
ेमीरजापुर : मत्स्य विभाग में विकास अधिकारी पद पर तैनात महिला ने अपने ही उच्चाधिकारियों के खिलाफ यौन
ेमीरजापुर : मत्स्य विभाग में विकास अधिकारी पद पर तैनात महिला ने अपने ही उच्चाधिकारियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। मार्च 2015 में हुई इस घटना में उप निदेशक व सहायक निदेशक को आरोपित किया गया है।
आरोपी दोनों अधिकारियों के खिलाफ कटरा कोतवाली में एक सप्ताह पूर्व मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसका खुलासा बुधवार को हुआ। डीएम राजेश कुमार के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को मामले की जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
उधर, उप निदेशक की रिपोर्ट पर शासन ने पीड़ित मत्स्य विकास अधिकारी को पहले ही निलंबित कर दिया है।
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नहीं आ रहे बयान देने
जांच अधिकारी ने बताया कि दो अनुस्मारक भेजने के बाद भी मत्स्य विभाग के अधिकारी बयान देने के लिए नहीं आ रहे हैं। इस वजह से जांच पूरी नहीं हो रही है। पीड़ित महिला कर्मचारी ने महिला आयोग को भी पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
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पीड़ित का आरोप
महिला विकास अधिकारी ने आरोप लगाया है कि विभागीय सहायक निदेशक व उप निदेशक अक्टूबर 2012 में इलाहाबाद से स्थानांतरित होकर यहां आए। दोनों अधिकारियों ने कार्यालय में उसका यौन उत्पीड़न किया। विरोध करने पर वेतन, बोनस व अन्य सुविधा बंद कर दी गई। बाद में उसे निलंबित भी करा दिया गया। अधिकारियों के इस रवैये से वह बीमार चल रही है। महिला मत्स्य विकास अधिकारी ने अपने दोनों अधिकारियों से जान को खतरा भी बताया है।
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हो रही विवेचना
कटरा कोतवाल शफीक अहमद ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना चल रही है। इसके बाद कार्रवाई होगी।
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आरोप बेबुनियाद
मत्स्य उप निदेशक आरएन ¨सह ने बताया कि महिला अधिकारी का आरोप बेबुनियाद है। जिलाधिकारी स्तर पर एक बार जांच हो चुकी है। इस मामले को लेकर विभागीय सहायक निदेशक से संपर्क नहीं हो पाया।