World Obesity Day 2022: बच्चों में मोटापे को लेकर हैं परेशान, ऐसा बनाएं डाइट प्लान
World Obesity Day 2022 मेरठ में विशेषज्ञों का मानना है कि 5532 प्रतिदिन का प्लान लो... बच्चा मोटा नहीं होगा। मोटापे से बचाने को बना नया फूड चार्ट चर्बीमुक्त रहेगा शरीर। हर पांचवां बच्चा ओवरवेट 15 साल में भी होने लगा हार्ट अटैक।
संतोष शुक्ल, मेरठ। World Obesity Day 2022 प्रतिदिन 5532... यह कोई मोबाइल, टीवी रिचार्ज प्लान या हेल्थ सेंटर का विशेष हेल्थ पैकेज नहीं है, जहां मोटापा घटाने की राकेट साइंस बताई जाएगी। फूड सोसायटी आफ इंडिया एवं मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग ने ऐसी थाली का फार्मूला बताया है, जिस पर अमल करने से मोटापा छू नहीं सकता। एक से आठ साल तक के बच्चों को स्टार्च, फल-सब्जी, डेयरी उत्पाद एवं प्रोटीन की सही मात्रा देकर उन्हें मोटापा, शुगर, हार्ट, हार्मोनल असंतुलन, कैंसर, लिवर, मानसिक और चर्म रोगों से बचाया जा सकता है।
कई चरणों में शोध
मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग में बच्चों में मोटापा एवं निदान पर कई चरणों में शोध किया जा रहा है। विभागाध्यक्ष डा. विजय जायसवाल ने बताया कि एक से आठ साल तक बच्चों को रोजाना पांच बार स्टार्च, पांच बार हरी सब्जी, तीन बार दुग्ध उत्पाद और दो बार प्रोटीनयुक्त खानपान देना चाहिए।
- कार्बोहाइड्रेट: रोटी, शुगर, मक्का, चावल में होता है।
- हरी सब्जी व फल: गाजर, पालक, तोरी, भिंडी व मौसमी फल
- डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर, मठ्ठा, एवं दही।
- प्रोटीन: अंडा, दाल, राजमा, पनीर, चिकन
15 साल में भी दिल बीमार
बच्चों को क्रीम बिस्कुट बिल्कुल नहीं देना चाहिए। प्राइवेट स्कूलों में पढऩे वाले एक तिहाई बच्चों का वजन ज्यादा और हर पांचवां बच्चा मोटापे को शिकार हो गया है। हार्मोन्स बिगडऩे एवं खराब कोलेस्ट्राल जमा होने से किशोर उम्र में शुगर एवं हार्ट अटैक के केस बढऩे से डाक्टर हैरान हैं।
महिला हार्मोन्स बढऩे से शर्मिंदा हो रहे किशोर
मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग के डा. नवरत्न कहते हैं कि मोटापा वाले किशोरों में महिला हार्मोन्स एस्ट्रोजन बढऩे से छाती में बदलाव देखा जा रहा। बच्चों में शुगर नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन की मात्रा तेजी से बढऩे से गले में काली धारियां पडऩे लगती हैं।
ये खा रहे हैं बच्चे तो बदल लें आदत
अब तक ये खा रहे अब ये खिलाएं
1. फुल क्रीम मिल्क, बटर 1. उबला दूध, हल्के वसा का मक्खन,
2. घी, सेचुरेटेड फैट 2. सूरजमुखी का तेल, रिफाइंड तेल
3. आम, अन्नानास अंगूर 3. सेब, नारंगी, अमरूद चीज, घी
4. चावल, पूड़ी, पराठा 4. गेहूं, फुल्का, ओट
5. कोल्ड ड्रिंक, जूस, लस्सी 5. मठ्ठा, नींबू का रस
6. बर्गर, पिज्जा, चिप्स, डोसा 6. सैंडविच, हल्के भुने आलू, इडली, उत्पम
समोसा एवं कचौड़ी व ढोकला
(डा. मेघा सरोहा, एसोसिएट प्रोफेसर, महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के अनुसार)
इनका कहना है
बच्चों में मोटापा खतरनाक समस्या है। कम उम्र में दिल एवं शुगर की बीमारी हो रही है। हार्मोन्स बिगड़ रहे हैं। फैटी लिवर से पाचन तंत्र खराब होता है। उल्टी, पेट दर्द और बाद में कई बीमारियां पकड़ सकती हैं। खानपान में 5532 का फार्मूला अपनाएं।
-डा. विजय जायसवाल, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग, मेडिकल कालेज