रैपिड रेल स्टेशन की जमीन के लिए एडीएम, एसडीएम ने किया निरीक्षण
रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत शहर में स्टेशन के लिए कई स्थानों पर निजी जमीन भी खरीदी जाएगी। जमीन की कीमत ज्यादा मांगने की वजह से अभी बात नहीं बन पा रही है जबकि शासन से जमीन का प्रकरण शीघ्र निस्तारित करने का दबाव है।
मेरठ, जेएनएन। रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत शहर में स्टेशन के लिए कई स्थानों पर निजी जमीन भी खरीदी जाएगी। जमीन की कीमत ज्यादा मांगने की वजह से अभी बात नहीं बन पा रही है जबकि शासन से जमीन का प्रकरण शीघ्र निस्तारित करने का दबाव है। जमीन की समस्या हल करने के क्रम में सोमवार को एडीएम वित्त सुभाष चंद प्रजापति व एसडीएम सदर संदीप भागिया ने प्रस्तावित स्टेशनों के स्थल का निरीक्षण किया। जिनकी जमीन इन स्टेशनों के लिए खरीदी जानी है उन लोगों से वार्ता की। आग्रह किया गया कि जमीन देने का समझौता कर लें और कंपनी को काम करने दें। यदि कीमत को लेकर कोई विवाद होगा तो उसे बाद में निस्तारित किया जाएगा। चूंकि स्टेशन का स्थल पहले से ही निश्चित है, इसलिए उसी स्थान पर जमीन खरीदी जानी है। दरअसल, स्टेशन तो पिलर के ऊपर दिल्ली रोड पर बनेंगे लेकिन उसके लिए निकास और प्रवेश द्वार के लिए आसपास की कुछ जमीन खरीदनी पड़ेगी। आसपास की जमीन पर या तो दुकान बनी हैं अथवा कोई अन्य निर्माण है, इसीलिए उसकी कीमत को लेकर अभी बात नहीं बन पा रही है।
कल होगा देवबंद टपरी रेलमार्ग का निरीक्षण
रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त मंगलवार की रात मेरठ सिटी स्टेशन पहुंचेगे। देवबंद से टपरी तक 28 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के दोहरी कारण के कार्य का निरीक्षण करने आ रहे सीआरएस रात में मेरठ सिटी स्टेशन पर ही विश्राम करेंगे। निरीक्षण यान से वह 23 दिसंबर की सुबह नौ बजे देवबंद के लिए प्रस्थान करेंगे। उनके साथ रेलवे के इंजीनियरिग स्टाफ और अन्य अधिकारी साथ होंगे। 23 को दिल्ली से चलने वाली शताब्दी अप और डाउन में निरस्त रहेगी।