Mathura: जिंदगी बचाने को दौड़ाई बस पर थम गईं सांस, स्लीपर कोच में बैठे यात्री को अचानक उठा था सीने में तेज दर्द
Mathura News यात्री की तबीयत खराब होने पर उसे बचाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। सीने में दर्द होने पर यात्री को एंबुलेंस तक पहुंचाने में हो गई देरी। दिल्ली से छतरपुर जा रही थी निजी स्लीपर कोच बस।
संवाद सूत्र, सुरीर-मथुरा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर जब यात्री की तबीयत खराब हुई तो चालक ने बस की गति बढ़ाई, पर ईश्वर की गति के आगे यात्री की सांस थम गईं। रविवार रात ऐसी ही एक घटना घटी। बस यात्री को बचाने की कोशिश की गई, पर अंत में उनकी मृत्यु हो गई। यमुना एक्सप्रेस वे पर रविवार रात निजी स्लीपर कोच बस दिल्ली से सवारियां लेकर छतरपुर मध्यप्रदेश जा रही थी।
अचानक सीने में उठा तेज दर्द
सुरीर कोतवाली क्षेत्र में माइल स्टोन 78 के समीप बस में सवार यात्री मलखान सिंह बुंदेला (45) निवासी गांव रामटोरिया थाना बमनोरा जिला छतरपुर (मध्यप्रदेश) के सीने में अचानक तेज दर्द होने लगा। दर्द से विचलित होने पर उन्होंने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर मदद के लिए फोन किया। हेल्पलाइन ने लोकेशन की जानकारी कर उन्हें अस्पताल ले जाने को एंबुलेंस 108 के मांट टोल प्लाजा पर पहुंचने की बात कही। बताया गया कि हेल्पलाइन पर बातचीत करते समय हाथ से मोबाइल छूटने के साथ वह सीट पर अचेत होकर गिर पड़े। बस के हेल्पर धर्मेंद्र और दूसरे यात्री रामपाल ने उन्हें पहचानते हुए मदद करने का प्रयास करने लगे।
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सरकारी स्कूल के शिक्षक थे मृतक
स्थिति की गंभीरता देख चालक ने मांट टोल पर पहुंचने के लिए बस की गति बढ़ा दी। टोल पर पहुंचने के करीब पांच मिनट बाद सरकारी एंबुलेंस आई। पुलिस व एक्सप्रेस वे कर्मियों ने परिचित यात्री व बस हेल्पर के साथ अचेत यात्री को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेज दिया। डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बस हेल्पर ने बताया कि मरने वाले यात्री उनके गांव के समीप सरकारी स्कूल में शिक्षक थे।