इलेक्शन बाइक: यूपी के इस लोकसभा सीट पर मुद्दों की बौछार, अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग
Maharajganj Lok Sabha लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सरकार के पक्ष में तर्क गढ़ने वाले लोगों के पास राममंदिर बेहतर सड़कें राशन प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री आवास व किसान सम्मान निधि की थाती है। वहीं विपक्ष के साथ खड़े लोग जंगल के किनारे तारबंदी न होने महंगाई बेरोजगारी जैसी समस्याओं को उठा सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
महराजगंज में सियासी रंग गाढ़ा हो गया है। चौक-चौराहों से लेकर खेत-खलिहान तक सिर्फ चुनाव की चर्चा है। चाय की चुस्कियों के साथ जीत हार के समीकरण बैठाए जा रहे हैं। मुद्दे भी हवा में खूब उछल रहे हैं। सरकार के पक्ष में तर्क गढ़ने वाले लोगों के पास राममंदिर, बेहतर सड़कें, राशन, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आवास व किसान सम्मान निधि की थाती है।
वहीं विपक्ष के साथ खड़े लोग जंगल के किनारे तारबंदी न होने, महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं को उठा सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। चर्चा के बीच ही बाढ़ व बंद चीनी मिलों का मुद्दा भी उछलता है। महराजगंज लोकसभा क्षेत्र के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी माहौल का हाल जानने के लिए बाइक से निकले विश्वदीपक त्रिपाठी की चर्चाओं पर केंद्रित रिपोर्ट...
सुबह के नौ बजे हैं। शहर से 14 किलोमीटर दूर सदर विधानसभा के बेलवाकाजी गांव में रोज की तरह ग्रामीण अपनी दिनचर्या में लगे हैं। चुनाव को लेकर यहां के लोगों की दिलचस्पी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 84 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस गांव के लोग एक बार फिर नया रिकार्ड बनाने को आतुर हैं।
गांव के बाहर वीरेंद्र गुप्ता के चाय की दुकान पर 14 लोग बैठ चाय की चुस्की ले रहे थे। चर्चा के केंद्र बिंदु में लोकसभा चुनाव ही था। राष्ट्रीय स्तर पर हर रोज बन-बिगड़ रहे समीकरणों के साथ ही स्थानीय मुद्दे भी प्रभावी थे। ग्राहकों को चाय देकर कुर्सी पर आराम से बैठते हुए वीरेंद्र पूछ पड़ते हैं, ‘ए बार का हाल बा चुनावे क’। चाय की पहली घूंट पी रहे आटो चालक दिनेश बोल पड़ते हैं।
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‘चाचा माहौल कुछू रहे, हम त मोदी के वोट देब’। बिना रुके फिर दिनेश की तरफ से ही आवाज आती है- 'राशन, घर, शौचालय, शुद्ध पानी सब त देत हवें मोदी जी’। कुछ देर सभी शांत रहते हैं कि गोबरी वर्मा ने कहा कि- ‘इ सरकार में जवन दुख बा किसानन से पूछा। क्षेत्र के केहू किसान अपने घरे नाहीं सो पावत होई।
जंगल के किनारे तारबंदी क समस्या केसे नाहीं कहल गइल। कवनों समाधान हो पावता?’ गोबरी वर्मा की बात पर सभी ने अपनी सहमति जताते हुए इसका समाधान आवश्यक बताया। दुकान पर ही लोगों की बात सुन रहे एक फाइनेंस कंपनी में कार्य करने वाले सुग्गन साहनी व छात्र मनीष ने कहा कि ‘स्थानीय स्तर पर भी काम दिख रहा है। जिस रोड से आप आए हैं, तीन साल पहले इस पर चलना मुश्किल था।
चर्चा में महंगाई के मुद्दे पर जब बात उठी तो चाट-फुलकी की दुकान लगाने वाले रामबाबू ने कहा कि ‘कवनों महंगाई नाहीं बा। जब आमदनी बढ़ी तो सामान के महंगा भइल स्वभाविक बा’। कुछ दूर आगे जाने पर फुर्सतपुर चौराहा पर चाय की दुकान पर भी चुनावी रंग चढ़ा था।
11 बजे के करीब यहां आठ लोग बैठे थे। 90 बसंत देख चुके रामा राजभर साफ-साफ कुछ कहने से बचते हैं। कहा कि बाबू ‘जेके सभे वोट देई वोके वोट दिहल जाई। बगल में बैठे अंगद यादव कहते हैं- ‘इस सरकार में नौजवान परेशान हैं। बेरोजगारी भत्ता, समाजवादी पेंशन सब बंद हो गई। पांच किलो राशन से क्या होने वाला है’।
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पनियरा विधानसभा के धर्मपुर चौराहे पर घनश्याम की दुकान पर उबलते चाय के साथ चुनावी चर्चा ने माहौल गर्म कर दिया है। चर्चा के दौरान भुल्लन ने कहा कि हमें तो किसान सम्मान निधि मिल रही है। वहीं बैठे वशी खां उर्फ गनी भाई ने कहा कि सरकार ऐसी हो जो युवाओं के बारे में सोचे। परीक्षा में पेपर आउट होना सरकार की विफलता है।
इसी विधानसभा के तुलसीपुर गांव में भी ग्रामीणों की चर्चा के केंद्र में चुनाव आ गया है। दोपहर में गांव के बाहर पीपल के पेड़ के नीचे बैठे शिवशरन विश्वकर्मा ने राममंदिर निर्माण को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया। उनकी बात सुन साथ में बैठे रामानंद चौधरी, रामभरोस व बंधन ने भी इस पर हामी भरी।
पढ़ाई के बाद भी नौकरी नहीं, लगा रहे ठेला
फरेंदा विधानसभा क्षेत्र के बृजमनगंज चौराहे पर दीपक के चाय की दुकान पर खूब बैठकी जमी थी। चुनावी चर्चा जब जोर पकड़ी तो नगर के वार्ड नंबर 14 निवासी नोहर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में इतना विकास हुआ है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा। इसी दौरान ठेले पर सब्जी बेच रहे बृजमनगंज के लोहिया नगर निवासी मोहम्मद आसिफ बोल पड़े-’भाजपा सरकार में पढ़ने के बाद भी काम नहीं मिल रहा। इंटर तक पढ़ाई करने के बाद भी सब्जी बेचने को मजबूर हूं। इसी लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहता हूं।
खेतों में भी समस्याओं पर बहस
सदर विधानसभा के सिंदुरिया गांव निवासी परमहंस शर्मा के खेत में सरसो की कटाई चल रही है। दिन में करीब दो बजे हैं। खेत में काम कर रहे गोरख कसौधन, भरत यादव, आनंद, राहुल व विनोद चुनावी चर्चा में व्यस्त हैं। बात आगे बढ़ाते हुए परमहंस शर्मा ने कहा कि इस बार किस पार्टी की सरकार बनेगी? कुछ देर चुप रहने के बाद राहुल ने कहा- देखिए, मोदी सरकार की योजनाएं धरातल पर दिख रहीं हैं। गोरख कसौधन उनकी बात को काटते हुए कहते हैं -क्या दिख रहा है? महराजगंज की चीनी मिलें बंद हैं। उन्हें क्यों नहीं चलवाया जा रहा है।