Maharajganj News: दबंगों से पीड़ित होमगार्ड ने सुसाइड नोट लिखकर की आत्महत्या , प्रधान पुत्र समेत नौ पर दर्ज हुआ मुकदमा
मृतक होमगार्ड के पुत्र अशोक ने बताया कि गांव में ही उनकी बिल्डिंग मटेरियल की दुकान है। जिससे ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले उनके पुत्र गंगाराम यादव ने 835000 का बिल्डिंग मटेरियल का सामान लिया था। लेकिन रुपये नहीं दिए। इसी बीच गांव में ही एक भूमि दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये और नकद दिया गया लेकिन आज तक कब्जा नहीं मिला।
जागरण संवाददाता, आनंदनगर। फरेंदा के उप जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात ग्राम सभा सिधवारी निवासी होमगार्ड प्रहलाद चौरसिया ने गुरुवार की रात सुसाइड नोट लिख जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया। इलाज के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी में उनकी मृत्यु हो गई।
उसने अपने मृत्यु का जिम्मेदार सिधवारी के ग्राम प्रधान के पुत्र गंगाराम यादव सहित नौ लोगों को ठहराया है। पुलिस ने मृतक प्रहलाद चौरसिया के पुत्र अशोक चौरसिया की तहरीर पर नौ नामजद पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि प्रहलाद चौरसिया गुरुवार की रात उप जिलाधिकारी कार्यालय फरेंदा में ड्यूटी करने गए थे। देर रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद साथी सुरक्षा कर्मियों ने उनके परिवार को सूचना देते हुए उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी में भर्ती कराया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
मृतक होमगार्ड के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने अपनी मृत्यु का कारण अपने ही गांव के ग्राम प्रधान पुत्र गंगाराम यादव समेत अपने नौ पट्टीदारों को बताया है ।
मृतक होमगार्ड के पुत्र अशोक कुमार चौरसिया ने बताया कि गांव में ही उनकी बिल्डिंग मटेरियल की दुकान है। जिससे ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले उनके पुत्र गंगाराम यादव ने 835000 का बिल्डिंग मटेरियल का सामान लिया था। लेकिन रुपये के लिए लंबे समय से दौड़ा रहे थे । इसी बीच गांव में ही एक भूमि दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपये और नकद दिया गया, लेकिन आज तक भूमि पर कब्जा नहीं मिला।
इस संबंध में जब पिता ने गंगाराम यादव से अपने रुपये वापस मांगे तो पहले उन लोगों ने विवाद किया। उसके बाद 10-10 लाख के दो चेक दिए, लेकिन उस चेक का भुगतान नहीं हो सका। रुपये न देने पड़े, इसके लिए ग्राम प्रधान पुत्र ने मेरे ही पट्टीदारों को आगे कर हमारे घर आने जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया तथा इस संबंध में राजनीति की गई। जिसके कारण आहत होकर मेरे पिता ने गुरुवार की रात तहसील कार्यालय में ड्यूटी के दौरान जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया है।
पीड़ित की तहरीर के आधार पर फरेंदा पुलिस ने ग्राम प्रधान पुत्र गंगाराम यादव के अलावा झगरू, महेंद्र, जितेंद्र, राजकुमार, विनय, आशीष, अर्जुन और रंजीत यादव के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फरेंदा थानाध्यक्ष अंकित कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
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