मुस्लिम पर्सनल लॉ में सरकार का दखल सरासर गलत : दारुल उलूम
दारुल उलूम ने कहा है कि भारत लोकतांत्रिक देश है। यहां हर इंसान को मजहबी आजादी हासिल है। मुस्लिम पर्सनल लॉ में दखल देने की बात सोचना सरासर गलत है।
देवबंद (जेएनएन) केंद्र सरकार ने महिलाओं के अधिकार को आधार बनाकर सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक का विरोध करने का फैसला किया है। इस फैसले पर दारुल उलूम ने कहा है कि भारत लोकतांत्रिक देश है। यहां हर इंसान को मजहबी आजादी हासिल है। मुस्लिम पर्सनल लॉ में दखल देने की बात सोचना सरासर गलत है।
मुलायम के फैसले के खिलाफ कार्यकर्ता, सीएम अखिलेश के समर्थन में नारेबाजी
सपा घमासान : राजेंद्र चौधरी पार्टी कार्यालय से ले गए सामान और नेम प्लेट
सरकार के इस रुख पर दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि संविधान के मुताबिक, भारत में सभी लोगों को अपने अपने धर्म के अनुसार जीवन यापन करने का अधिकार है। मुस्लिम पर्सनल लॉ को खत्म करने की बात सोचना उचित नहीं है। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना इस्लाम कासमी ने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर कोई भी फैसला मुस्लिम पर्सनल लॉ को सामने रखकर ही लेगा।
शिवपाल यादव का हंटर चला, राम गोपाल के एमएलसी भांजे को किया बाहर