UP Politics : छठे चरण में सबसे कम पड़े वोट, महज 54.02 प्रतिशत हुई वोटिंग- केवल इस सीट पर हुआ सबसे अधिक मतदान
मंझरिया पठान गांव में केवटलिया बूथ पर मतदान करने जा रही 55 वर्षीय जलधारी देवी की मौत हो गई। वर्ष 2019 की तुलना में इस बार मतदान में कुछ कमी देखी गई। पिछले आम चुनाव में इन सीटों पर 54.49 प्रतिशत वोट पड़े थे। अंबेडकर नगर में सर्वाधिक 61.54 और फूलपुर में सबसे कम 48.94 प्रतिशत वोट पड़े। गैंसड़ी (बलरामपुर) उप निर्वाचन में 51.10 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : लोकसभा चुनाव के छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर महज 54.02 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान के लिहाज से यह इस चुनाव का न्यूनतम आंकड़ा है। छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो मतदान शांतिपूर्ण रहा। आजमगढ़, लालगंज, जौनपुर, मछली शहर और भदोही में वोटिंग के दौरान आपसी झड़प की कुछ घटनाएं सामने आईं।
सबसे कम फूलपुर सीट पर हुआ मतदान
वहीं, संत कबीर नगर के बेलहर के मंझरिया पठान गांव में केवटलिया बूथ पर मतदान करने जा रही 55 वर्षीय जलधारी देवी की मौत हो गई। वर्ष 2019 की तुलना में इस बार मतदान में कुछ कमी देखी गई। पिछले आम चुनाव में इन सीटों पर 54.49 प्रतिशत वोट पड़े थे। अंबेडकर नगर में सर्वाधिक 61.54 और फूलपुर में सबसे कम 48.94 प्रतिशत वोट पड़े। गैंसड़ी (बलरामपुर) उप निर्वाचन में 51.10 प्रतिशत मतदान हुआ।
कई दिग्गजों की साख दांव पर
वहीं, फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 343 पर हुए पुनर्मतदान के दौरान 73.99 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान के इन आंकड़ों में आंशिक संशोधन की गुंजाइश है। छठे चरण की 14 सीटों पर शनिवार को मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही 162 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। छठे चरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, भोजपुरी फिल्म स्टर दिनेश लाल निरहुआ, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल सहित कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
गर्मी के कारण लोगों ने कदम रोके
इस चरण में सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछली शहर व भदोही निर्वाचन क्षेत्र में सुबह उत्साह के साथ मतदान शुरू हुआ, लेकिन दोपहर बाद बढ़ती गर्मी के कारण सुस्ती देखी गई। छठे चरण का मतदान प्रतिशत पहले चरण की वोटिंग की तुलना में करीब 7.09 प्रतिशत कम रहा।
दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण की तुलना में भी वोटिंग का प्रतिशत में गिरावट देखी गई। 19 अप्रैल को प्रथम चरण के चुनाव में 61.11 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 55.19 प्रतिशत, तीसरे चरण में सात मई को 57.55 प्रतिशत, चौथे चरण में 13 मई को 58.22 वोटिंग और पांचवें चरण में 20 मई को 58.02 प्रतिशत वोट पड़े थे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि सभी 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान की प्रक्रिया चली।
इस दौरान कंट्रोल रूम और इंटरनेट मीडिया से मिलने वाली सभी शिकायतों का त्वरित समाधान किया गया। चुनाव के दौरान मिली शिकायतों के आधार पर 72 बैलेट यूनिट, 62 कंट्रोल यूनिट और 215 वीवीपैट को बदला गया।